Tech Layoffs: ड्रीम कंपनी जैसा कुछ नहीं होता, टेस्ला-गूगल की छंटनी पर IIM के पूर्व छात्र ने उठाए सवाल
Dream Jobs: अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बड़ी कंपनियों ने जिस तरह से लोगों को नौकरी से निकाला वह बहुत गलत है. यह बेहद निराशाजनक है.
Dream Jobs: टेक सेक्टर पिछले साल से ही बहुत खराब दौर से गुजर रहा है. दुनिया की कई टेक कंपनियों में साल 2023 से ही शुरू हुआ छंटनी का दौर अभी भी जारी है. साल 2024 के 4 महीनों में ही लगभग 271 कंपनियों में छंटनी की जा चुकी है. इन कंपनियों ने 78,572 लोगों की नौकरी छीन ली है. इस साल अप्रैल में ही लगभग 50 कंपनियों में 21,473 लोगों की छंटनी हुई है. चारों ओर जारी इस छंटनी के बाद कई निकाले गए कर्मचारियों की भावुक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है. अब आईआईएम के एक पूर्व छात्र ने टेस्ला और गूगल जैसी बड़ी कंपनियों द्वारा की गई छंटनी पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि ये ड्रीम कंपनियां सिर्फ अपने मुनाफे के बारे में सोचती हैं. इन्हें कर्मचारियों से कोई मतलब नहीं होता.
एक झटके में निकाल दे रहे पूरी टीम
संकेत शाह ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में लिखा कि गूगल और टेस्ला जैसी दिग्गज कंपनियों को ऐसा करते देखना निराशाजनक है. गूगल ने अपनी पायथन टीम को सस्ते कर्मचारियों के लिए निकाल दिया. टेस्ला भी पूरी की पूरी टीम को एक झटके में निकाल दे रही है. यह सुनने में टीम बिल्डिंग एक्सरसाइज जैसा लगता है. बस यहां अंत में आपको पिंक स्लिप पकड़ा दी जा रही है. कंपनियों में हायरिंग और फायरिंग एक ही समय पर जारी है. कर्मचारियों के जीवन में स्थिरता आने ही नहीं दी जा रही है. लोगों को इन कंपनियों में अपना भविष्य नजर आता था.
छलावा है ड्रीम कंपनी का विचार
उन्होंने लिखा कि ड्रीम कंपनी का विचार एक छलावा है. सपनों की किसे जरूरत है, जब आपके पास प्रॉफिट है. कर्मचारियों के जीवन में अनिश्चितता और निराशा लाने के लिए मैं इन बड़ी कंपनियों और उनके लीडर्स को धन्यवाद देता हूं. कई कंपनियां कॉलेज से निकले छात्रों को नौकरी देने के बाद भी मुकर जा रही हैं. यह लोग उन गरीब छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही हैं.
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