Term Plan To Cost More: जीवन बीमा कराना महंगा होने वाला है. बीमा कंपनियां टर्म प्लान के प्रीमियम रेट्स में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है. टाटा एआईजी लाइफ और बिरला सनलाइफ इंश्योरेंस इस हफ्ते टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम में बढ़ोत्तरी कर सकती है. जबकि मैक्स लाइफ के इस महीने के अंत तक टर्म प्लान को महंगा करने पर फैसला ले सकती है. जबकि कोटक लाइफ इंश्योरेंस (kotak life insurance) ने कहा है कि वह टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम दरें बढ़ाने पर विचार कर रही है और जल्द ही बीमा नियामक IRDAI के पास एक नया उत्पाद की मंजूरी के लिए आवेदन करेगी.
दअसल महामारी के कारण बीमा कंपनियां वैश्विक स्तर पर प्रभावित हुई हैं और इससे नया वैल्यूएशन हुआ है. पिछले कुछ महीनों में दावों की संख्या अधिक होने के कारण कई बीमा कंपनियों ने टर्म इंश्योरेंस उत्पादों पर प्रीमियम बढ़ा दिया है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस ने दिसंबर 2021 में अपने-अपने टर्म प्लान के प्रीमियम में बढ़ोतरी की थी. इसके बाद Bajaj Allianz लाइफ इंश्योरेंस ने भी टर्म इंश्योरेंस प्लान के प्रीमियम में लगभग 15% की बढ़ोतरी की है. अलग अलग बीमा कंपनियों ने प्रीमियम रेंज में 10-30% की बढ़ोत्तरी की है.
कोराना संकट के बाद टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने वालों की संख्या बढ़ी है. इस सबसे बड़ी वजह यह है कि बीमाधारक की अनुपस्थिति में यह परिवार को कम प्रीमियम में ही बड़ा कवरेज मुहैया कराती है. टर्म इंश्योरेंस को लेने का फैसला जल्दबाजी में नहीं बहुत सोच समझकर करना चाहिए. इस बात का आकलन कर लेना चाहिए कि टर्म पॉलिसी की हमें जरुरत है या नहीं. इस इंश्योरेंस में मैच्योरिटी बेनीफिट नहीं मिलता है हालांकि पॉलिसी धारक की मृत्यु के बाद यह परिवार को वित्तीय सुरक्षा देता है.
टर्म पॉलिसी क्या होती है?
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि टर्म पॉलिसी किसे कहते हैं. टर्म इंश्योरेंस सीमित अवधि के लिए निश्चित भुगतान दर पर कवरेज प्रदान करती है. यदि पॉलिसी की अवधि के दौरान पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो मृत्यु लाभ राशि नामांकित व्यक्ति को दी जाती है. यह समझना बहुत जरूरी हैं कि टर्म इंश्योरेंस कोई निवेश नहीं है. इसका फायदा पॉलिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके परिवार को मिलता है.
अब हम आपको बताते हैं कि टर्म पॉलिसी लेते समय किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
आपको सम अश्योर्ड का आकलन करते समय आमदनी के स्रोत, वर्तमान कर्ज और देनदारियां, परिवार के आश्रित सदस्य, बच्चों की उच्च शिक्षा, उनके शादी-ब्याह, रिटायरमेंट आदि को ध्यान में रखना चाहिए. टर्म इंश्योरेंस कवर आपकी सालाना आमदनी का कम से कम 10 गुना होना चाहिए.