Tesla Layoffs: टेस्ला की छंटनी का दर्द किया साझा, कर्मचारी की स्टोरी हुई वायरल
Tesla Employee Story: छंटनी के शिकार कर्मचारी नीको मुरीलो ने अपना दर्द लिंक्डइन पर साझा किया है. इस पोस्ट पर लोगों के कई तरह के कमेंट आ रहे हैं.
Tesla Employee Story: टेस्ला के कर्मचारियों को इन दिनों एक के बाद एक बुरी खबरें मिल रही हैं. पहले टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में 10 फीसदी कटौती का ऐलान किया. इसके बाद जानकारी सामने आई कि कंपनी ने अपने दो वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी पूरी टीम समेत नौकरी से निकाल दिया है. इस फैसले का शिकार लगभग 500 लोग हुए हैं. टेस्ला से निकाले जाने वाले कर्मचारियों का आंकड़ा 20 फीसदी तक पहुंच सकता है. टेस्ला में जारी छंटनी के दौर के चलते कंपनी के कर्मचारियों की पीड़ादायक कहानियां सामने आ रही हैं. कुछ ऐसी ही एक किस्सा इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसमें छंटनी के शिकार कर्मचारी नीको मुरीलो (Nico Murillo) ने अपना दर्द बयान किया है.
ऑफिस में ही खाया और पार्किंग लॉट तक में सोए
नीको मुरीलो ने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा कि मैंने काम के चक्कर में कई बार फैक्ट्री में ही नींद ली. पार्किंग लॉट में भी अपनी कार में सोया और डिनर ब्रेक रूम में गर्म करके खाया. वह पार्किंग में ही इसलिए सो जाते थे ताकि घर से आने में लगने वाला 1.5 घंटा बचाया जा सके. यह पोस्ट जल्द ही वायरल हो गई. इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है. इसमें चर्चा की जा रही है कि क्या कर्मचारियों को कंपनी के लिए इतने बलिदान देने चाहिए.
टेस्ला में हो सकती है 20 फीसदी छंटनी
ब्लूमबर्ग ने हाल ही में रिपोर्ट दी है कि टेस्ला में लगभग 20 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है. इसका असर लगभग 20 हजार कर्मचारियों पर पड़ सकता है. एलन मस्क ने सिर्फ 10 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि ऐसा कॉस्ट कटिंग के लिए किया जा रहा है. टेस्ला की सेल में भी गिरावट आई है. नीको मुरीलो उस 10 फीसदी छंटनी का शिकार हुए हैं.
सोशल मीडिया पर आ रहे रोचक कमेंट्स
नीको ने लिखा कि जब मैंने लॉगिन किया तो अकाउंट डीएक्टिवेट किया जा चुका है. इसके बाद उनका ध्यान एक ईमेल पर गया. इसमें लिखा था कि रिस्ट्रक्चरिंग के चलते आपकी पोजीशन खत्म की जा रही है. वह टेस्ला में प्रोडक्शन सुपरवाइजर थे. छंटनी की जानकारी होने का बाद वह भरोसा ही नहीं कर पाए. मैंने कंपनी का लिए कई बलिदान दिए थे. इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा कि 17 साल काम करने के बाद मैं अपने रिटायरमेंट से सिर्फ एक साल दूर था. तभी एक फोन कॉल से मुझे निकाल दिया गया. कंपनियां लोगों की इज्जत नहीं करतीं. एक अन्य ने लिखा कि किसी भी कंपनी के लिए अपने स्वास्थ्य और समय को बर्बाद न करें क्योंकि जब वक्त आएगा तो कंपनी बिना किसी हिचक के आपको निकाल देगी.
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