Piyush Goyal: दुनिया के सबसे धनवान शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला भारत में एंट्री करने को लेकर लंबे समय से इंतजार कर रही है. हालांकि भारत सरकार की नीतियां घरेलू ईवी कंपनियों को नुकसान ना हो, इस पर जोर देकर चल रही हैं. भारत में अब टेस्ला की एंट्री को लेकर कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल ने बड़े संकेत दिए हैं.
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने आज इलेक्ट्रिक वहीकल को लेकर बड़ी बात कही है. CNBC TV18 को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और इसका फायदा उठाने के लिए घरेलू से लेकर विदेशी कंपनियां यहां आकर कारोबार करना चाहती हैं. भारत की ईवी मेकर्स में से TATA और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने ना केवल यहां मैन्यूफैक्चरिंग की है, इन्होंने देश में ईवी को लेकर अच्छा रुझान बनने में भी मदद मिल सकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को पहचाना है कि आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीलर के लिए काफी क्षमताएं रख सकता है.
TATA और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भारत के लिए गर्व के मौके बनाए
भारतीय कंपनियों जैसे TATA और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी ईवी मेकर कंपनियों ने भारत के लिए गर्व के मौके बनाए हैं. मेक इन इंडिया के तहत ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं जो ईवी को लेकर अच्छी गति पकड़ सकते हैं. पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे इनीशिएटिव को लेकर काफी उत्साह दिखाया है और पॉलिसी निर्माण पर काम किया हैं जिनसे आम कंज्यूमर को फायदा मिल सके. इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए भी पीएम मोदी की ऐसी ही विजन और सोच है और इसके लिए भारत में अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है.
Tesla की भारत में एंट्री को लेकर क्या बोले कैबिनेट मंत्री
टेस्ला को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि और कई विदेशी कंपनियां और ईवी मेकर कंपनियांभारत आकर कारोबार करना चाहती है. भारत सरकार उनको यहां आकर ईवी निर्माण के लिए प्रोत्साहित कर रही है जिससे देश में ईवी गाड़ियों की संख्या बढ़ सके. टेस्ला को भी उसी तरह समान अवसर मिलेंगे जिसके जरिए वो भारत में अपना कारोबार कर सके और यहां के विशाल बाजार का आनंद ले सके.
पीयूष गोयल ने कहा कि हम नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लेकर आए हैं जिससे ईवी कंपनियां भारत में आकर आसानी अपना कारोबार कर सकें. उन्होंने इसके बारे में बताया-
1. पहले उपाय के तहत ईवी मेकर कंपनियों को सब्सिडी दी जाएगी और जिसके तहत ऐसी कंपनियां भारत आकर यहां मैन्यूफैक्चरिंग करके ईवी व्हीकल पर सब्सिडी हासिल कर सकती हैं.
2. वहीं दूसरे उपाय के तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों को ईवी व्हीकल इंपोर्ट करने का ऑप्शन दिया जा रहा है जिससे वो भारत में कम इंपोर्ट ड्यूटी पर इलेक्ट्रिक व्हीकल को आयात कर सकेंगी. इसका फायदा ये होगा कि देश में ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने में मदद मिल सकेगी और सस्ती इंपोर्टेड ईवी गाड़ियों की संख्या बढ़ सकेगी.
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