Bullet Train Project In India : देश की पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (First Bullet Train Project) में लगने वाले अनुमानित लागत (Estimated Cost) बढ़ गई है. वर्ष 2015 में हुए सर्वे के अनुसार मुबंई-अहमदाबाद रूट पर पहली बुलेट ट्रेन दौड़ाने में करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था. यह अनुमानित लागत बढ़कर 1.60 लाख करोड़ रुपये हो गई है. हालाँकि इसमें Goods and Service Tax (GST) को शामिल नहीं किया गया है.
क्या बोले थे रेलमंत्री का बयान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए जून में कहा था कि महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी हो रही है जिसकी वजह से प्रोजेक्ट की लागत ऊपर जा सकती है. उन्होंने यह बात गुजरात के सूरत में कही थी.
कंस्ट्रक्शन हुआ महंगा
रिपोर्ट के अनुसार भूमि अधिग्रहण में अनुमान से अधिक खर्च हुआ है. आपको बता दे कि कंस्ट्रक्शन मेटेरियल (Construction Material) जैसे, सीमेंट, स्टील व लोहे आदि की कीमत भी काफी बढ़ गई है.
लागत की जानकारी नहीं
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) का कहना है कि प्रोजेक्ट के लिए नई लागत की जानकारी अभी नहीं दी जा सकती है. भूमि अधिग्रहण का काम और सभी कॉन्ट्रैक्ट्स पूरे होने के बाद ही इसकी घोषणा की जाएगी. आपको बता दे कि कोविड-19 महामारी आने के कारण हाई-स्पीड रेल (High Speed Rail) का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
देरी की वजह
सितंबर 2017 में शुरू हुए इस 508 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट को पूरा करने की शुरुआती डेडलाइन 2022 ही थी. केवल दादर और नागर हवेली में ही अब तक 100 फीसदी भूमि अधिग्रहण हुआ है. प्रोजेक्ट के लिए गुजरात में भूमि अधिग्रहण का काम 98.9% और महाराष्ट्र में 73% पूरा हो गया है. केंद्र सरकार ने कहा कि महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में लग रहा है और यही इस प्रोजेक्ट में देरी की मुख्य वजह है.