Mcap of Top-10 Companies: शेयर बाजार में सबसे अधिक मूल्यांकन वाली टॉप-10 कंपनियों में से आठ को पिछले हफ्ते बाजार मूल्यांकन (market valuation) में संयुक्त रूप से 2,61,812.14 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के बाजार पूंजीकरण में सबसे अधिक कमी हुई. टॉप-10 कंपनियों की इस लिस्ट में सिर्फ इंफोसिस (Infosys) और विप्रो (Wipro) लाभ में रहे. पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स में 1,774.93 अंक या 3.01 फीसदी की गिरावट हुई. रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का मूल्यांकन 79,658.02 करोड़ रुपये घटकर 15,83,118.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.


एचडीएफसी (HDFC) का मूल्यांकन 34,690.09 करोड़ रुपये घटकर 4,73,922.86 करोड़ रुपये हो गया. बजाज फाइनेंस का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) 33,152.42 करोड़ रुपये घटकर 4,16,594.78 करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक का एम-कैप 27,298.3 करोड़ रुपये घटकर 8,16,229.89 करोड़ रुपये रह गया.


हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (Hindustan Unilever) का मूल्यांकन 24,083.31 करोड़ रुपये घटकर 5,24,052.84 करोड़ रुपये और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का मूल्यांकन 24,051.83 करोड़ रुपये घटकर 4,17,448.70 करोड़ रुपये रह गया.


आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 20,623.35 करोड़ रुपये घटकर 5,05,547.14 करोड़ रुपये और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का मूल्यांकन 18,254.82 करोड़ रुपये घटकर 13,26,923.71 करोड़ रुपये रह गया.


इसके विपरीत, इंफोसिस का मूल्यांकन 26,515.92 करोड़ रुपये बढ़कर 7,66,123.04 करोड़ रुपये और विप्रो का मूल्यांकन 17,450.39 करोड़ रुपये बढ़कर 3,67,126.39 करोड़ रुपये हो गया. इन शीर्ष 10 कंपनियों की रैंकिंग में, आरआईएल सबसे आगे थी. उसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, एचयूएल, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और फिर विप्रो थी.


ये है मार्केट कैप निकालने का तरीका
शेयर बाजार में कंपनी के जितने भी शेयर या अन्य वस्तुए हैं, उनकी संख्या को एक जगह पर लिखें. इसके बाद शेयर या अन्य वस्तुओं का जो भी रेट हो उससे इन संख्या से गुणा कर दें. अब जो भी संख्या आएगी वह उस कंपनी की मार्केट कैप कहलाएगी.