हर महीने कर्मचारियों की सैलरी में से कुछ रकम काट ली जाती है और ये पैसा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के PF अकाउंट में जमा कर दी जाती है. रिटायरमेंट के बाद यही जमा पूंजी उस कर्मचारी के काम आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ बुढ़ापे में ही नहीं बल्कि पीएफ खाताधारकों को इस अकाउंट से और भी कई फायदे मिलते हैं. जिनके बारे में लोग शायद ही जानते होंगे. चलिए बताते हैं PF अकाउंट के उन्हीं फायदों के बारे में.


खाता खुलते ही मिलता है बीमा
जब भी किसी का पीएफ अकाउंट खुलता है तो उस व्यक्ति का तुरंत बीमा भी हो जाता है. इसके तहत आपको 6 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस मिलता है. जो प्राकृतिक कारणों, बीमारी या दुर्घटना के कारण होने वाली मृत्यु की स्थिति में नॉमिनी सदस्य को राशि का भुगतान करता है. इससे परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्राप्त होती है. कंपनियों और केंद्र सरकार के कर्मचारियों को ये सुविधा मिलती है.


टैक्स में मिलती है छूट
वहीं अगर आपको टैक्स में छूट चाहिए तो भी पीएफ सबसे बेहतर विकल्प है. हालांकि आपको ये भी जान लेना चाहिए कि नए टैक्स सिस्टम में ऐसी सुविधा नहीं है जबकि पुराने टैक्स सिस्टम में टैक्स पर छूट मिलती है.


रिटायरमेंट के बाद पेंशन
PF अकाफंट में कर्मचारी को बेसिक सैलरी प्लस DA का 12%जमा किया जाता है. इसके अलावा कंपनी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी प्लस डीए का 12%उसमें अपनी ओर से जमा कराती है. इसमें 12% कंट्रीब्यूशन में से 3.67% कर्मचारी के पीएफ अकाउंट में जाता है जबकि बाकि 8.33% कर्मचारी पेंशन स्कीम में चला जाता है. जो रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में मिलता है.


ज़रुरत के समय निकाल सकते हैं पैसा
पीएफ फंड की एक बेहतरीन सुविधा ये भी है कि ज़ररुत के समय इसमें से कुछ पैसे निकाले भी जा सकते हैं. इससे आप लोन की संभावनाओं से बच पाएंगे.


निष्क्रिय खातों पर भी मिलता है ब्याज
पीएफ खाताधारकों को निष्क्रिय पड़े खातों पर भी ब्याज मिलता है. ये बात बहुत ही कम लोग जानते होंगे. 3 साल तक निष्क्रिय रहने के बाद भी आपको ब्‍याज मिलता रहेगा. 2016 में ईपीएफओ की ओर से यह बदलाव किया गया है. हालांकि इससे पहले ये सुविधा नही थी.