New IPO: इन तीन कंपनियों को मिली आईपीओ लाने की मंजूरी, जानिए क्या करती हैं ये काम
New IPO Approval: सेबी ने तीन और कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही अगले साल भी आईपीओ बाजार में पूरी रौनक रहने की उम्मीद है.
New IPO Approval: भारतीय स्टॉक मार्केट पर इन दिनों आईपीओ की रंगत चढ़ी हुई है. एक के बाद एक लॉन्च हो रहे आईपीओ ने निवेशकों की जेबें भर दी हैं. इनवेस्टर्स ने भी आईपीओ पर जबरदस्त पैसा लगाया है और इन कंपनियों की भविष्य की योजनाओं को पंख लगा दिए हैं. साल का अंत जरूर नजदीक आ गया है. मगर, आईपीओ का खुमार अभी नहीं बंद होने वाला है. बाजार नियामक सेबी ने बुधवार को ही तीन और कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. इसके चलते जल्द ही ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन लिमिटेड, बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड और पॉपुलर व्हीकल्स एंड सर्विसेज लिमिटेड अपना आईपीओ मार्केट में ला सकती हैं. आइए एक नजर इन तीनों कंपनियों पर डाल लेते हैं.
तीनों कंपनियों को मिल गया सेबी का अप्रूवल लेटर
इन तीनों ही कंपनियों ने अगस्त से अक्टूबर के बीच सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए आवेदन दिया था. सेबी ने इनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज का ऑडिट करने के बाद 12 से 15 दिसंबर के बीच तीनों ही कंपनियों को अप्रूवल लेटर दिए हैं. कंपनियों को आईपीओ लाने के लिए सेबी का अप्रूवल लेटर जरूरी होता है. इन कंपनियों के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे.
क्या करती है ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन
ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन का आईपीओ 1000 करोड़ रुपये का होगा. कंपनी सारे नए शेयर जारी करेगी. इसमें ऑफर फॉर सेल शामिल नहीं है. आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल इकट्ठा करने और सामान्य कॉरपोरेट कामकाज के लिए करेगी. यह कंपनी कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीनों की दिग्गज निर्माता है. इसके कई सेक्टर्स में ग्राहक हैं.
बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड
बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड वीजा सर्विस देती है. यह बीएलएस इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड की सब्सिडियरी है. कंपनी आईपीओ के तहत 2.41 करोड़ फ्रेश शेयर जारी करेगी. इसमें भी ओएफएस शामिल नहीं होगा. आईपीओ से मिले पैसों से कंपनी नई कैपेसिटी डेवलप करेगी. साथ ही अपने हालिया प्लेटफॉर्म को भी डेवलप करेगी.
पॉपुलर व्हीकल्स एंड सर्विसेज
पॉपुलर व्हीकल्स के आईपीओ में 250 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे. साथ ही 1.42 करोड़ इक्विटी शेयरों की ओएफएस के जरिए बिक्री भी की जाएगी. इस आईपीओ से आए पैसों से कंपनी अपना लोन चुकाएगी और सामान्य कॉरपोरेट कामकाज में भी इसका इस्तेमाल होगा. केरल की यह कंपनी ऑटोमोटिव डीलरशिप में लगी हुई है. यह मारुति सुजुकी, होंडा और जेएलआर की यात्री वाहन डीलरशिप और टाटा मोटर्स की वाणिज्यिक वाहन डीलरशिप चलाती है.
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