Big Oil Companies Dividend: दुनिया की 5 बड़ी कंपनियों ने नए साल में लोगों को खुशखबरी दी है. ये पांचों दिग्गज कंपनियां सपने शेयरधारकों में लगभग 100 अरब डॉलर का डिविडेंड बांटेंगी. ये पांचों कंपनियां दुनियाभर में आलोचना का शिकार होती रहती हैं. मगर, इनके शेयरधारकों की जेबें हमेशा भरी रहती हैं. आइए जान लेते हैं ऐसी वो कौन सी कंपनियां हैं जो लगतार विवादों में रहने के बावजूद इतना मुनाफा कमा रही हैं और अपने शेयरधारकों को भी प्रसन्न रखती हैं. 


आलोचना का शिकार होते रहते हैं इनके तौर तरीके 


हम बात कर रहे हैं दुनिया की दिग्गज ऑयल कंपनियों बीपी (BP), शेल (Shell), शेवरॉन (Chevron), एक्सॉन मोबिल (ExxonMobil) और टोटल एनर्जीस (TotalEnergies) की. इनका कारोबार दुनिया के कई देशों में फैला हुआ है. ये कच्चे तेल की प्रोडक्शन से लेकर रिफाइनिंग तक के सारे काम संभालती हैं. कच्चे तेल के कारोबार में इनके द्वारा अपनाए जा रहे तौर तरीकों और प्रोजेक्ट्स से पर्यावरण को हो रही हानि जैसे कई कारणों से इनका विरोध होता रहता है.


2022 में दिया था 104 अरब डॉलर का डिविडेंड


अब द गार्जियन ने इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (IEEFA) के हवाले से छापी रिपोर्ट में बताया है कि ये कंपनियां अपने शेयरधारकों को 2023 के लिए लगभग 100 अरब डॉलर डिविडेंड बांट सकती हैं. इन कंपनियों ने 2022 में लगभग 104 अरब डॉलर का डिविडेंड और शेयर बायबैक भी किया था. 


ब्रेंट क्रूड और यूरोप में गैस की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि


रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन पर रूस के हमले के चलते तेल और गैस कंपनियों के लिए पिछला साल भारी उठापटक का रहा. ब्रेंट क्रूड के रेट तेजी से बढ़े और यूरोप में गैस की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई. आईईईएफए के विश्‍लेषक ट्रे कोवन ने कहा कि कमोडिटी बाजार की कीमतों में गिरावट के कारण मुनाफा कम होने के बावजूद कंपनियां इस साल और भी ज्‍यादा डिविडेंड दे सकती हैं. ये पांचों दिग्गज शेयर बायबैक और डिविडेंड देने का रिकॉर्ड बना सकते हैं. यह आंकड़ा 2022 के दौरान खर्च किए गए 104 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकता है.


बायबैक और डिविडेंड की योजना बना चुकी हैं कंपनियां 


शेल ने नवंबर में 23 अरब डॉलर डिविडेंड बांटने की योजना का खुलासा किया था जबकि कंपनी का प्रॉफिट कम हुआ है. यह रकम कंपनी द्वारा ग्रीन एनर्जी पर किए जा रहे खर्च से 6 गुना ज्यादा है. शेल को 2022 में 40 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ था. बीपी ने 10 फीसदी डिविडेंड देने का ऐलान पहले ही कर दिया था. शेवरॉन ने 75 अरब डॉलर और एक्सॉन मोबिल ने 50 अरब डॉलर के शेयर बायबैक की योजना बनाई हुई है.


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