(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Unemployment Rate: इन देशों में है सबसे ज्यादा बेरोजगारी, टॉप-5 में भारत भी शामिल
Unemployment News: दुनिया के कई देश भारी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि भारत सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर के हिसाब से दुनिया के चोटी के देशों में शामिल है...
बेरोजगारी (Unemployment) की समस्या कई देशों के लिए अभी गंभीर हो चुकी है. भारत में तो दशकों से बेरोजगारी गंभीर चुनावी मुद्दा बनता आया है और इसके कारण अनेकों आंदोलन देखने को मिले हैं. अगर सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर (India Unemployment Rate) के हिसाब से बात करें तो भारत भी दुनिया के चोटी के देशों में शामिल है.
इतनी है भारत में बेरोजगारी
सेंटर फोर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2023 में भारत में बेरोजगारी की दर लगातार दूसरे महीने बढ़कर 7.8 फीसदी हो गई थी. सीएमआई के आंकड़ों के अनुसार, मार्च महीने के दौरान भारत के शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर 8.51 फीसदी रही थी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर 7.47 फीसदी थी. इस तरह देखें तो पता चलता है कि अभी अपने देश में बेरोजगारी की स्थिति काफी गंभीर है.
भारत से आगे ये 4 देश
सिर्फ भारत ही क्यों, बेरोजगारी कई देशों के लिए चुनौती बनी हुई है. कुछ देशों में तो बेरोजगारी की दर दहाई अंकों में है. दी वर्ल्ड रैंकिंग नाम के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट के अनुसार, अभी दुनिया में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दक्षिण अफ्रीका में है. इस देश में बेरोजगारी की दर फिलहाल 32.7 फीसदी है. स्पेन और तुर्की में भी बेरोजगारी की दर 10-10 फीसदी से ज्यादा है. 8.8 फीसदी की बेरोजगारी की दर के साथ ब्राजील चौथे स्थान पर है, जबकि इटली 7.8 फीसदी की दर के साथ भारत के बराबर पांचवें पायदान पर है.
सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाले देश
दुनिया के करीब एक दर्जन देशों में अभी 5 फीसदी से ज्यादा बेरोजगारी है. भारत के बाद 7.2 फीसदी की बेरोजगारी के साथ फ्रांस का नंबर है. वहीं अर्जेंटीना, जर्मनी, इंडोनेशिया, चीन और कनाडा में भी बेरोजगारी दर 5-5 फीसदी से ज्यादा है. यहां देखें दुनिया में सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाले देशों के नाम...
लंबे समय से ऊंची बेरोजगारी
भारत की बात करें तो करीब साल भर से बेरोजगारी की दर 7 फीसदी के आस-पास बनी हुई है. दिसंबर 2022 में तो यह 8.30 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी. उसके बाद जनवरी में इसमें बड़ी गिरावट आई और यह कम होकर 7.14 फीसदी रह गई. हालांकि उसके बाद से लगातार इसमें तेजी आ रही है और मार्च में यह फिर से 8 फीसदी के पास पहुंच गई है. ऐसा लगता है, जैसे भारत के लिए 7 फीसदी की बेरोजगारी दर न्यू नॉर्मल की परिभाषा बनती जा रही है.
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