Fixed Income Schemes: कमजोर शेयरों के मुकाबले ये 7 फिक्स्ड इनकम स्कीम हैं बेहतर विकल्प? निवेशकों के पास बंपर कमाई का मौका
Fixed Income Schemes: आरबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद फिक्स्ड इनकम स्कीमों में निवेशकों की आमदनी बढ़ रही है. जहां बैंक एफडी से लेकर स्माल सेविंग स्कीम्स तक के ब्याज में इजाफा हुआ है.
Fixed Income Schemes: फिक्स्ड इनकम के लिए निवेश करने वाले लोगों के लिए पिछले कुछ साल अच्छे नहीं रहे हैं. मई से आरबीआई की ओर से रेपो रेट में इजाफे के बाद इक्विटी निवेशकों की तुलना में फिक्स्ड इनकम स्कीम बेहतर विकल्प बनकर उभर रहे हैं. इन फिक्स्ड इनकम में निवेशकों की अच्छी कमाई हो रही है. बैंक और स्माल फाइनेंस बैंक से लेकर पोस्ट ऑफिस स्कीम, आरबीआई बॉन्ड और म्यूचुअल फंड ने लोगों को पहले की तुलना में ज्यादा रिटर्न दे रहे हैं.
पिछले 1 से 10 महीने के दौरान सरकारी योजनाओं और म्यूचुअल फंड के रिटर्न में बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे में वित्तीय सलाहकार भी इसमें निवेश की सलाह दे रहे हैं. माना जा रहा है अब टैक्स छूट की सीमा में बढ़ोतरी म्यूचुअल फंड जैसे स्कीमों में निवेश को बढ़ाएगी. आइए जानते हैं कि कौन कौन सी ऐसी स्कीमें हैं, जो इक्विटी मार्केट की तुलना में बेहतर कंप्टीटर के रूप में उभर रही हैं.
बैंक और स्माल फाइनेंस बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट
यहां फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश पर निवेशकों को एवरेज 3.50 से 9 फीसदी का ब्याज अलग-अलग टेन्योर पर मिल रहा है. इसमें लिक्विडिटी अच्छी है. इसमें पैसा निकासी करना आसाना है. हालांकि कुछ बैंक 0.5 फीसदी से 1 फीसदी तक चार्ज कर रहे हैं.
कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड इनकम पर पहले महीने से लेकर तीन महीने के बीच पैसे नहीं निकाले जा सकते हैं. अगर निकाला जाता है तो पेनल्टी लागू होगा.1 साल से लेकर 10 साल के टेन्योर पर 6.9 से 9.05 फीसदी रिटर्न मिल रहा है.
आरबीआई बॉन्ड
आरबीआई बॉन्ड 7 साल में मैच्योर होता है, जिसके तहत रिटर्न 7.35 फीसदी दिया जाता है. इसमें पैसा पूरी तरह से सेफ है.
पोस्ट ऑफिस स्कीम
इन स्कीमों में जोखिम नहीं होता है, लेकिन आप सके तहत पैसा जब चाहें नहीं निकाला सकते हैं. लॉक इन पीरियड के बाद ही पैसा निकाला जा सकता है. हालांकि बीच में निकासी पर चार्ज देना पड़ेगा. 1 साल से 5 साल की मैच्योरिटी पर इन स्कीमों के तहत 6.6 फीसदी से 7 फीसदी का रिटर्न दिया जा रहा है.
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
यह भी स्कीम लोगों के लिए बेहतर विकल्प है. इसमें 60 साल के या उससे ज्यादा उम्र के लोग निवेश कर सकते हैं. इसमें 5 साल की मैच्योरिटी है और 8 फीसदी का सालाना ब्याज दिया जा रहा है.
पब्लिक प्रोविडेंड फंड
इसमें 15 साल की मैच्योरिटी अवधि दी जाती है. कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है. सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है और ब्याज 7.1 फीसदी का दिया जाता है. यह टैक्स फ्री स्कीम है और इसमें पार्टियली विड्रॉल उपलब्ध है.
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट
इस योजना के तहत पार्टियली विड्रॉल किया जा सकता है. इसमें मैक्सिमम 2 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है. ये योजना अप्रैल 2023 से उपलब्ध हो जाएगी.
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