Year Ender 2023: इन स्टार्टअप के फाउंडर्स ने जमकर कमाया पैसा, जानिए किसने कितनी वेतन उठाई
Flashback 2023: पिछले साल स्टार्टअप कंपनियों ने खूब सुर्खियां बटोरीं. आइए एक नजर उनकी वेतन पर डाल लेते हैं.
Flashback 2023: भारत में आए स्टार्टअप बूम से इन कंपनियों ने नए कीर्तिमान गढ़े हैं. न सिर्फ ये कंपनियां बल्कि इनके फाउंडर्स भी करोड़ों में कमा रहे हैं. अब 2023 का आखिरी महीना चल रहा है. इस दौरान विभिन्न कंपनियों ने एक के बाद एक अपनी वित्तीय रिपोर्ट जारी की हैं. इनसे पता चला है कि इन मशहूर स्टार्टअप की वित्तीय स्थिति कितनी मजबूत है. साथ ही इनके फाउंडर्स की वेतन का भी पता चला है. आइए एक नजर इस साल सबसे ज्यादा कमाने वाले फाउंडर्स पर डाल लेते हैं. इस लिस्ट में कामत ब्रदर्स से लेकर फाल्गुनी नायर तक ने जगह बनाई है.
मोटी वेतन ले रहे स्टार्टअप के फाउंडर
इन रिपोर्ट से पता चला है कि कई स्टार्टअप के फाउंडर्स मोटी वेतन अपने घर ले जा रहे हैं. जेरोधा के फाउंडर नितिन कामत और निखिल कामत इस साल 200 करोड़ रुपये अपने घर ले जा चुके हैं. इसमें से 72-72 करोड़ रुपये दोनों भाइयों की वेतन है. इसके अलावा कंपनी के सीईओ नितिन कामत की पत्नी और फर्म की डायरेक्टर सीमा पाटिल ने भी सालाना 36 करोड़ रुपये सैलरी ली है.
फाल्गुनी नायर भारत की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल
ओयो के फाउंडर रितेश अग्रवाल इस लिस्ट में सेकेंड नंबर पर रहे. उनकी वेतन 12 करोड़ रुपये सालाना रही. नायका की फाउंडर फाल्गुनी नायर ने इस साल सिर्फ 2 करोड़ रुपये ही वेतन ली. वह भारत की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल हैं.
ये रहे इस साल सबसे ज्यादा कमाने वाले स्टार्टअप फाउंडर
- निखिल एवं नितिन कामत - 72 करोड़ रुपये
- रितेश अग्रवाल - 12 करोड़ रुपये
- दीपक सिंह अहलावत (गेम्सक्राफ्ट) - 10.1 करोड़ रुपये
- मनीष तनेजा एवं राहुल डैश (परपल) - 6.75 करोड़ रुपये
- विजय शंकर शर्मा (पेटीएम) - 4 करोड़ रुपये
- साहिल बरुआ और कपिल भारती (रेटगेन) - 3.1 करोड़ रुपये
- गौरव सिंह कुशवाहा (ब्लू स्टोन) - 3 करोड़ रुपये
- मिथुन सचेती (कैरेटलेन) - 2.62 करोड़ रुपये
- अमन गुप्ता और समीर मेहता (बोट) - 2.5 करोड़ रुपये
जबरदस्त फंडिंग के बावजूद निकाल दिए 29 हजार लोग
इसके अलावा हेल्दीफायमी, लेंसकार्ट, नॉइज और ममाअर्थ के फाउंडर और सीईओ ने भी इस साल अच्छी वेतन उठाई है. इंक42 की रिपोर्ट के अनुसार इस साल 42 स्टार्टअप के फाउंडर्स ने लगभग 228 करोड़ रुपये सैलरी के तौर पर प्राप्त किए. साथ ही इन्हें जबरदस्त फंडिंग भी मिली. मगर, फिर भी इन्होंने लगभग 29 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
ये भी पढ़ें
Elon Musk: पेट्रोल-डीजल को खलनायक मत बनाइए, एलन मस्क ने कहा- पर्यावरण को बचाना हम सब की जिम्मेदारी