Home Loan: आप अगर होम लोन लेने का विचार कर रहे हैं तो यह समय ऐसा करने के लिए बिल्कुल सही है. देश के तीन बड़े सरकारी बैंकों ने होम लोन पर प्रॉसेसिंग फीस माफ कर दी है. ये दो बैंक है स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India), पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra). बता दें होम लोन लेने से पहले ब्याज दर के साथ-साथ प्रॉसेसिंग फीस के बारे में भी जानकारी रखनी चाहिए. प्रोसेसिंग फीस लोन पर केवल एक बार देय होती है.
SBI ने 31 अगस्त और पंजाब नेशनल बैंक ने 30 सितंबर तक प्रॉसेसिंग फीस न लेने का फैसला किया है. PNB में होम लोन के लिए ब्याज दर 6.80 फीसदी सालाना से शुरू है. वहीं एसबीआई 6.70 फीसदी ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र रिटेल लोन पर प्रोसेसिंग फीस से 100 फीसदी छूट दे रहा है. इसमें होम लोन भी कवर हो रहा है. इसके साथ ही बैंक ने अपने गोल्ड लोन और कार लोन के लिए भी प्रोसेसिंग फीस को माफ कर दिया है. यह स्कीम 30 सितंबर 2021 तक वैध है. बैंक 6.90 प्रतिशत और 7.30 प्रतिशत से शुरू होने वाली ब्याज दरों के साथ होम और कार लोन दे रहा है.
होम लोन का आवेदन करते हुए इन बातों का जरूर रखें ध्यान
लोन ऑफर की जानकारी रखें
- बैंकों की तरफ से समय-समय पर मिलने वाले लोन ऑफर्स के बारे में पूरी जानकारी रखें.
- जल्दबाजी में लोन न लें, कई बैकों की लोन स्कीमों के बारे में पहले पता करें और उनमें आपस में तुलना करें. फिर आवेदन करें.
सिबिल स्कोर का रखें ध्यान
- सिबिल स्कोर से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का पता चलता है. आपको लोन दिलाने में इसकी अहम भूमिका होती है.
- इसके जरिए बैंक ये देखते हैं कि आपने पहले लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड आदि का किस तरह इस्तेमाल किया है.
- क्रेडिट स्कोर रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट से पता चलता है.
- क्रेडिट स्कोर 300-900 की रेंज में होता है. 750 या उससे ज्यादा के स्कोर को अच्छा माना जाता है.
- इसलिए जरूरी है कि आप अपना क्रेडिट स्कोर अच्छा बनाएं. इसके लिए लोन या कोई अन्य ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बकाया तय समय से पहले चुकाने की आदत डालें.
- क्रेडिट स्कोर नियमित रूप से को चेक करें ताकि आप इसमें समय रहते सुधार कर सकें.
- अगर आपके कर्ज लौटाने का रिकॉर्ड बढ़िया है तो समझ लें कि आपका सिबिल स्कोर भी उतना ही अच्छा होगा.
- एक समय पर एक से ज्यादा लोन ना लें क्योंकि इसका असर आपके क्रेडिट पर देखने को मिलता है.
फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो का रखें ध्यान
- फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो (FOIR) से पता चलता है कि आप हर महीने लोन की कितने रुपए तक की किस्त दे सकते हैं.
- बैंक लोन देते वक्त FOIR जरूर देखते हैं.
- इससे पता चलता है कि आपकी पहले से जा रही ईएमआई, घर का किराया, बीमा पॉलिसी और अन्य भुगतान मौजूदा आय का कितना फीसदी है.
- बैंक को अगर आपके ये सभी खर्च आपकी सैलरी के 50% तक लगते हैं तो होम लोन का आवेदन रिजेक्ट हो सकता है.
संयुक्त होम लोन के लिए की सकते है अप्लाई
- अगर होम लोन नहीं मिल रहा है तो ज्वाइंट होम लोन अच्छा ऑप्शन है.
- ज्वाइंट होम लोन लेने से कर्ज देने वाली संस्थान का जोखिम कम हो जाता है.
- अपनी पहचाने के किसी ऐसे शख्स को को-एप्लीकेंट बनाएं जिसकी स्थायी इनकम हो और अच्छा क्रेडिट स्कोर हो.
- को-एप्लीकेंट को जोड़ने से लोन मिलने के चांस बढ़ जाते हैं.
- ज्वॉइंट होम लोन लेने पर दोनों आवेदक इमकम टैक्स कटौती का फायदा ले सकेंगे.
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