चालू वित्त वर्ष समाप्त होने की दहलीज पर खड़ा है. शेयर बाजार के लिहाज से चालू वित्त वर्ष आज ही समाप्त हो रहा है. आज के बाद अब इस वित्त वर्ष में तीन दिन ही बचे हुए हैं और तीनों दिन बाजार बंद रहने वाला है. इस वित्त वर्ष के दौरान घरेलू बाजार में आईपीओ की गतिविधियां तेज रहीं. इश्यू की संख्या और रकम दोनों लिहाज से वित्त वर्ष बेहतर साबित हुआ.


लगातार 3 दिन बाजार की छुट्टी


चालू वित्त वर्ष की बात करें तो आज के बाद 29 मार्च को गुड फ्राइडे की छुट्टी रहेगी. उसके बाद 30 मार्च को शनिवार और 31 मार्च को रविवार है. इस तरह लगातार तीन दिन अब बाजार बंद रहने वाला है. घरेलू शेयर बाजार में अब अगला कारोबार सोमवार 1 अप्रैल को होगा, जो नए वित्त वर्ष का पहला दिन होगा. इस वित्त वर्ष में शेयर बाजार में 75 आईपीओ लॉन्च हुए, जो पिछले दो साल में सबसे ज्यादा रहा.


इस वित्त वर्ष के प्रमुख आईपीओ


इस वित्त वर्ष के दौरान बाजार कई शानदार आईपीओ का गवाह बना. देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट समूह टाटा ग्रुप ने दो दशक के सूखे को समाप्त करते हुए आईपीओ बाजार में दस्तक दी. 2004 में टीसीएस का आईपीओ लॉन्च होने के बाद इस वित्त वर्ष में टाटा टेक का आईपीओ आया, जिसे बाजार में करीब 70 गुना सब्सक्राइब किया गया. उसके अलावा बाजार में इरेडा, जेएसडब्ल्यू इंफ्रा, सेलो वर्ल्ड जैसे इश्यू भी लॉन्च हुए, जिनका बेसब्री से इंतजार हो रहा था.


कंपनियों ने जुटाया इतना फंड


चालू वित्त वर्ष में न सिर्फ लॉन्च होने वाले आईपीओ की संख्या बढ़ी, बल्कि आईपीओ से जुटाई गई रकम भी बढ़ गई. चालू वित्त वर्ष के दौरान लॉन्च हुए 75 आईपीओ में कंपनियों ने टोटल 61,915 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाबी हासिल की. जुटाई गई रकम का आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा है. इससे पहले 2022-23 में बाजार में 37 आईपीओ आए थे और उनमें कंपनियों ने 52,116 करोड़ रुपये जुटाए थे.


50 आईपीओ ने कराई कमाई


इस वित्त वर्ष के दौरान आए आईपीओ को शेयर बाजार की शानदार रैली से फायदा हुआ. इस वित्त वर्ष के दौरान बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी जैसे प्रमुख सूचकांकों में 30-30 फीसदी की तेजी आई. इसके दम पर चालू वित्त वर्ष में आए 75 में से 50 आईपीओ ने पॉजिटिव रिटर्न दिया. इनका औसत रिटर्न 65 फीसदी रहा. वहीं 5 आईपीओ ने तो 150 फीसदी से भी ज्यादा रिटर्न दिया.


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