आज 25 लाख कमाने वाला भी कुछ नहीं, इनवेस्टर की पोस्ट पर मची गदर, पहले भी करवाया था बवाल
Middle Class: इससे पहले उन्होंने अपनी पोस्ट में 10 लाख रुपये नेट वर्थ वाले आदमी को गरीब करार दे दिया था. उन्होंने मिडिल क्लास और अमीर की भी नई परिभाषा दे दी थी.
Middle Class: केंद्रीय बजट आने के बाद से में लगातार मिडिल क्लास और टैक्स सिस्टम को लेकर चर्चा जारी है. इस मसले को लेकर सोशल मीडिया पर लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं. अब एक ऐसी पोस्ट चर्चा में आई है. इसमें कहा गया है कि आज के समय में 25 लाख रुपये सालाना सैलरी कमाने वाला भी कुछ नहीं है. वह इस सैलरी से कोई बड़ा काम नहीं कर सकता है.
सैलरी को लेकर सोशल मीडिया में छिड़ी बहस
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह पोस्ट सौरव दत्ता ने लिखी है. उन्होंने लिखा कि 25 लाख रुपये सैलरी के कोई विशेष मायने नहीं रह गए हैं. एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी आसानी से इससे ज्यादा कमा रहा है. इसके बाद आईटी इंडस्ट्री में सैलरी को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. इसके अलावा लोग अमीरों की समाज के प्रति जिम्मेदारी पर भी बात करने लगे. लोगों ने कमेंट किए हैं कि अमीरों को कम कमाने वालों के प्रति जिम्मेदारी उठानी चाहिए. उन्हें समाज में बराबरी और गरीबों के उत्थान के लिए प्रयास करने चाहिए.
25 लाख रुपये कमाना आज भी लोगों का सपना
कई लोगों ने इस पोस्ट पर लिखा है कि आज भी समाज का एक बड़ा हिस्सा 25 लाख रुपये सालाना कमाने का सपना देखता है. लोगों ने सौरव दत्ता को उस अमीर मानसिकता का हिस्सा तक बता दिया, जो अल्ट्रा रिच और अन्य लोगों के बीच फर्क को समझ ही नहीं पा रहा है. टेक इंडस्ट्री में भले ही सैलरी कई गुना ज्यादा हो लेकिन, अन्य सेक्टर में काम करने वाले लोग अभी भी बढ़ती हुई कॉस्ट ऑफ लिविंग और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं. ऐसे में 25 लाख रुपये सैलरी को कम बताना असंवेदनशील और गलत होगा.
कोविड के बाद सैलरी हुई कम, बढ़ गई छंटनी
उधर, दत्ता ने इस पोस्ट पर गुस्सा दिखा रहे लोगों के लिए लिखा कि अगर आपके पास 5 साल का अनुभव है तो 30 लाख की सैलरी आसानी से मिल जाती है. इस पर एक यूजर ने लिखा कि ऐसे ऑफर सिर्फ चंद लोगों के पास हैं. ये कॉमन बात नहीं है. कोविड के बाद सैलरी सभी सेक्टर में तेजी से नीचे गई है. बड़े पैमाने पर छंटनी हुई है. ऐसे में किन आंकड़ों के आधार पर आप इस तरह का दावा कर सकते हैं.
25 LPA salary in today's age is nothing.
— Sourav Dutta (@Dutta_Souravd) August 2, 2024
Even a 3-5 year experience software engineer gets more than this.
Are tech salaries distorting the market?
पहले भी एक पोस्ट के जरिए मचा चुके हैं बवाल
इससे पहले सौरव दत्ता ने एक पूरी टेबल शेयर की थी. इसमें उन्होंने 10 लाख रुपये नेट वर्थ वाले को गरीब, 50 लाख रुपये वाले को लोअर मिडिल क्लास, 1 करोड़ रुपये वाले को अमीर और 10 करोड़ रुपये से ज्यादा वाले लोगों को हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल (HNI) बताया था. उनकी इस पोस्ट पर भी काफी घमासान मचा था.
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