NRIs Account RBI: सरकारी बॉन्ड में एनआरआई भी लगा सकते हैं पैसे, इस तरह से खुलवा सकते हैं आरबीआई में खाता
RBI Retail Direct Account: सरकारी प्रतिभूतियों, सरकारी डेवलपमेंट लोन और ट्रेजरी बिल आदि में निवेश करने के लिए रिजर्व बैंक के पास रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट खुलवाने की जरूरत पड़ती है...
सरकारी बॉन्ड में निवेश करने की प्रक्रिया अब बहुत आसान हो चुकी है. आप चाहे निवासी भारतीय हों या अनिवासी भारतीय यानी एनआरआई, आसानी से भारत सरकार के बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं और उसके फायदे ले सकते हैं. सरकारी प्रतिभूतियां हों या सरकारी डेवलपमेंट लोन अथवा ट्रेजरी बिल, एनआरआई इन सभी में आसानी से निवेश कर सकते हैं. आज हम आपको उसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं.
दो साल पहले आरबीआई ने की ये शुरुआत
सबसे पहले आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश को आसान बनाने के लिए दो साल पहले कुछ बदलाव किया था. रिजर्व बैंक ने इस काम में निवेशकों की मदद के लिए रिटेल डाइरेक्ट प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया था. इस प्लेटफॉर्म की मदद से निवेशक कुछ सिंपल स्टेप को फॉलो कर रिजर्व बैंक में रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट खुलवा सकता है. उसके बाद चाहे सरकारी प्रतिभूतियां हों या सरकारी डेवलपमेंट लोन अथवा ट्रेजरी बिल, सभी में निवेश करना संभव हो जाता है.
पूरी तरह से फ्री है रिटेल डाइरेक्ट प्लेटफॉर्म
आरबीआई के रिटेल डाइरेक्ट प्लेटफॉर्म के कई फायदे हैं. यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह से नि:शुल्क है. इस प्लेटफॉर्म पर न ब्रोकरेज देना होता है, न ही किसी प्रकार के कमीशन, अकाउंट ओपनिंग चार्ज या सालाना मेंटनेंस चार्ज का भुगतान करना होता है. मतलब इस प्लेटफॉर्म की मदद से नि:शुल्क आरबीआई रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट ओपन करा सकते हैं और सरकारी बॉन्ड में निवेश करने का लाभ उठा सकते हैं. बस इसकी एक लिमिटेशन है कि इस तरीके से एनआरआई इन्वेस्टर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड या फ्लोटिंग रेट बॉन्ड में निवेश नहीं कर सकते हैं.
आरबीआई रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
आरबीआई रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट ओपन कराने के लिए एक एनआरआई के पास कुछ चीजें होनी चाहिए. जैसे अगर एनआरआई सेंट्रल केवाईसी रजिस्ट्री में एनरॉल नहीं है तो उसके पास एक भारतीय मोबाइल नंबर होना चाहिए, जो आधार से लिंक हो. एक एनआरओ सेविंग बैंक अकाउंट होना चाहिए, जिसमें यूपीआई या नेट बैंकिंग की फैसिलिटी हो. पैन कार्ड भी जूरूरी है. एनआरओ बैंक अकाउंट का कैंसल्ड चेक और सिग्नेचर की स्कैन्ड कॉपी भी जरूरी है.
एनआरआई के लिए आरबीआई रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट ओपन कराने का प्रोसेस:
- अकाउंट ओपन करने के लिए सबसे पहले आरबीआई रिटेल डाइरेक्ट पोर्टल पर विजिट करें.
- आरडीजी अकाउंट रजिस्ट्रेशन ऑप्शन में जाएं.
- फॉर्म में सभी जानकारियां सही-सही भरें.
- मोबाइल नंबर और ईमेल डालने के बाद ओटीपी से वेरिफाई करें.
- अब एक नया पेज खुलेगा. सारी जानकारियां क्रॉस चेक करने के बाद सबमिट कर दें.
- अब आपको अप्लिकेशन नंबर मिल जाएगा, जिसके बाद केवाईसी को इनिशिएट करें.
- ई-केवाईसी पोर्टल पर अपनी सुविधा के अनुसार सीकेवाईसी या ऑफलाइन केवाईसी को चुन लें.
- सेकेवाईसी के मामले में नंबर डालें और डिटेल को वेरिफाई कर दें.
- केवाईसी के बाद टैक्स रेसिडेंसी डिटेल डालें और पीएमएलए व एफएटीसीए गाइडलाइंस पर कंसेंट दें
- अपने स्कैन्ड सिग्नेचर को पीडीएफ या जेपीजी में अपलोड करें.
- ड्रॉपडाउन से अपने बैंक को चुनें. सबमिट कर दें.
- नए पेज पर नॉमिनी के डिटेल्स भरें.
- सबसे अंत में वीडियो केवाईसी की जाएगी और उसके बाद आपका रिटेल डाइरेक्ट अकाउंट चालू हो जाएगा.
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