Toxic Work: टॉक्सिक माहौल से हुआ परेशान, ढोल-बाजे के साथ इस युवक ने छोड़ दी नौकरी
Work Culture: ऑफिस का टॉक्सिक माहौल कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालता है. इस प्रकरण ने मुद्दे को एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है...
कामकाजी लोगों के लिए मानसिक स्वास्थ्य और वर्क-लाइफ बैलेंस बड़ा मुद्दा रहता है. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग ऑफिस के काम में इस तरह उलझ जाते हैं कि उनका अपना पर्सनल लाइफ कहीं पीछे छूट जाता है. आज के समय में कई कंपनियां इस समस्या को पहचानने लगी हैं और कर्मचारियों को काम के बोझ से छुटकारा देने लगी हैं. हालांकि ऐसा करने वाली कंपनियों की संख्या बहुत कम है. यही कारण है कि कर्मचारियों के मेंटल हेल्थ और वर्क-लाइफ बैलेंस का लेकर बातें उठती रहती हैं.
अनोखे अंदाज से छिड़ी बहस
एक हालिया प्रकरण के बाद फिर से यह बहस तेज हो गई है. मामला पुणे का है, जहां एक युवक ने ऑफिस के टॉक्सिक माहौल से परेशान होकर न सिर्फ अपनी नौकरी से इस्तीफा दिया, बल्कि उसने इस तरीके से इस्तीफा दिया और उसे जबरदस्त तरीके से सेलिब्रेट किया कि सोशल मीडिया पर नए सिरे से वर्क कल्चर पर बहस की शुरुआत हो गई.
ढोल-बाजे और डांस के साथ विदाई
यह मामला है अनिकेत नामक एक युवक का, जो पुणे में किसी कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव का काम कर रहा था. वह अपने ऑफिस के टॉक्सिक माहौल से काफी परेशान था. परेशान होकर अंत में उसने इस्तीफा दे दिया. काम के अंतिम दिन विदाई को उसने ग्रैंड सेलिब्रेशन बना दिया. उसने ऑफिस के बाहर ढोल-बाजों का बंदोबस्त किया. उसके बाद अनिकेत और उसके सहकर्मियों ने ढोल-बाजे की बीट पर जम कर डांस किया और अपना गुस्सा निकाला.
इंस्टाग्राम पर वीडियो वायरल
इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एक यूजर ने वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. उसने कैप्शन में बताया है कि अनिकेत ने अपने ऑफिस के टॉक्सिक माहौल से परेशान होकर ऐसा कदम उठाया. वीडियो में देखा जा सकता है कि अनिकेत और उसके सहकर्मियों ने अपने बॉस को भी बुलाया. बॉस के बाहर आते ही सब डांस करने लग जाते हैं, जिससे उनके बॉस को परेशान होते देखा जा सकता है. वीडियो को इंस्टाग्राम पर अब तक 67 हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं.
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यूजर कर रहे खूब टिप्पणियां
सोशल मीडिया पर यूजर वीडियो को देखकर तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं. कई लोग उससे रिलेट करते हुए अपने टॉक्सिक एक्सपीरियंस साझा कर रहे हैं और अनिकेत की हिम्मत की दाद दे रहे हैं. वास्तव में टॉक्सिक माहौल से परेशान होने के बाद भी बहुत सारे लोग किसी तरह काम करते चले जाते हैं. अनिकेत जैसे लोग कम ही होते हैं, जो न सिर्फ उससे छुटकारा पाते हैं, बल्कि अलग अंदाज में टॉक्सिक वर्क कल्चर की समस्या को जगजाहिर भी करते हैं.
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