PIB Fact Check of Covid Vaccine : सोशल मीडिया पर आजकल कोई भी मैसेज बहुत तेजी के साथ वायरल हो जाता है, लेकिन उसकी सच्चाई को जांचना भी जरूरी है. आपको बता दे कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए अब तक करोड़ों लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है. अगर आपने भी कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है तो आपके लिए बेहद जरूरी खबर है. खबर है कि अगर आपने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है तो आपको सरकार 5,000 रु देगी. सरकार ने इसकी जानकारी दी है. देखे है क्या है पूरा मामला.
आपको मिलेंगे 5,000 रु
सोशल मीडिया पर एक वायरल मैसेज में ये दावा किया है कि जिन भी लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई है. उन लोगों को सिर्फ एक फॉर्म भरना होगा और फिर सरकार आपको पूरे 5000 रु देगी. ये मेसेज तेजी से वायरल हो रहा है.
मैसेज वायरल
सोशल मीडिया पर आय दिन कई तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं, जिनमें दावे किए जा रहे हैं. वैक्सीन लगवाने के बाद 5,000 रु मिलने वाले इस दावे की सच्चाई पता लगाने के लिए पीआईबी ने फैक्ट चेक किया है. आइए आपको बताते हैं कि आपको भी 5000 रुपये मिलेंगे या फिर नहीं.
एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन लगवा ली है उन्हें एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा ₹5,000 प्रदान किए जा रहे हैं #PIBFactcheck:
▶️ इस मैसेज का दावा फर्जी है
▶️ कृपया इस फर्जी मैसेज को फॉरवर्ड न करें pic.twitter.com/AV8asQzexu
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 12, 2022
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PIB ने दी जानकारी
पीआईबी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर जानकारी दी है कि एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन लगवा ली है उन्हें एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा ₹5,000 प्रदान भेजे जा रहे हैं. पीआईबी ने कहा कि इस मैसेज का दावा फर्जी है. कृपया इस फर्जी मैसेज को फॉरवर्ड भी न करें.
ऐसे मैसेज से रहें सतर्क
पीआईबी ने कहा कि बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस तरह के मैसेज से सभी लोग सावधान रहें. पीआईबी ने लोगों से ऐसे मैसेज को आगे फॉरवर्ड नहीं करने को कहा है. ऐसे मैसेज के बहकावे में आकर आप अपनी निजी जानकारी को खतरे में डालते हैं.
यह दावा पूरी तरह से है फर्जी
सोशल मीडिया पर आय दिन ऐसे मेसेज वायरल होते रहते हैं. आपको भी कभी ऐसे फेक मेसेज आए तो उसे फॉरवर्ड न करें, बल्कि उसकी सच्चाई के बारे में पता लगाने के लिए फैक्ट चेक करें. आप चाहें तो पीआईबी के जरिए फैक्ट चेक करा सकते हैं.