फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी में बड़े निवेश की तैयारी, तीन कंपनी लगाएंगीं 5500 करोड़ रुपए
स्विगी की ओर से फंडिंग के नए दौर की तैयारी चल रही है. कंपीटिटर जोमाटो भी फंड जुटाने की तैयारी में है. इससे फूड डिलीवरी बिजनेस में नया कंपीटिशन दिख सकता है.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी में जल्द ही बड़ा निवेश हो सकता है. कंपनी कुछ निवेशकों से बातचीत कर रही है. इस बातचीत के सफल होने पर स्विगी में सोवरेन वेल्थ कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी और सिंगापुर की जीआईसी और ग्लोबल अल्टरनेटिव एसेट मैनेजर फालकन एज मिलकर 5500 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती हैं.
स्विगी की वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर के पार जा सकती है
इकोनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक इन तीनों के अलावा और भी कुछ ग्लोबल निवेशक और कंपनियां स्विगी में पैसा लगा सकती हैं. अगर इन निवेशकों ने स्विगी में पैसा लगाया तो इसकी वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर से भी ज्यादा हो जाएगी. स्विगी में इससे पहले जनवरी 2020 में भी बड़ा निवेश हो चुका है. उस वक्त नेस्पर्स की अगुआई में स्विगी में फंडिंग हुई थी और इसकी वैल्यूएशन बढ़ कर 3.7 अरब डॉलर पहुंच गई थी.
कंपीटिटर जोमाटो भी जुटाएगी फंड
स्विगी यह फंड ऐसे वक्त में जुटाने की कोशिश कर रही है जब इसकी कंपीटिटर कंपनी जोमाटो अगले कुछ महीनों में आईपीओ के जरिये फंड जुटाने के लिए उतरेगी. जोमोटा ने हाल ही में अपने कैपिटल बेस की रीस्ट्रक्चरिंग की है ताकि 8.8 अरब के शेयर खड़े कर सके. कंपनी ने साफ किया था कि यह आईपीओ से पहले लगभग 55 करोड़ डॉलर का फंड जुटाने की कोशिश करेगी.
विश्लेषकों का कहना है स्विगी के हालिया फंड जुटाने की कोशिश सफल रही तो इस स्टार्ट-अप के पास एक अरब डॉलर का तैयार फंड होगा,जो इसे अपने परिचालन में काफी मदद करेगा. कोरोना वैक्सीन आने के बाद फूड डिलिवरी बिजनेस में तेज रफ्तार दर्ज हो सकती है. यही वजह है कि यह फंडिंग स्विगी के लिए काफी कारगर साबित हो सकती है. इसकी कंपीटिटर जोमाटो भी नए सिरे से फंड जुटाने में लग गई है. इससे फूड डिलीवरी बिजनेस में एक नई प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है.
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