Byju's Layoff 2022: देश की बड़ी शिक्षा प्रद्यौगिकी (Education Technology) कंपनी बायजू (Byju) ने बड़ा फैसला किया हैं. आपको बता दें कि बायजू मार्च, 2023 तक 5 प्रतिशत यानी लगभग 2,500 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही हैं, वही दूसरी ओर 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करने का फैसला भी लिया गया हैं.


बायजू कंपनी की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ (Company's co-founder Divya Gokulnath) का कहना हैं कि कंपनी नयी भागीदारियों के जरिये विदेशों में ब्रांड जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेगी. इसके अलावा यह भारत और विदेशी कारोबार के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करेगी. गोकुलनाथ ने कहा, ‘‘हमने पूरे भारत में महत्वपूर्ण ब्रांड जागरूकता पैदा की है. अब हमारी मार्च, 2023 तक लाभप्रदता को हासिल करने की योजना है. इसके लिए हमने एक मार्ग बनाया है. योजना के तहत विपणन बजट को महत्तम किया जाएगा और खर्चों की प्राथमिकता तय की जाएगी.


10,000 शिक्षकों को मिलेगी नौकरी 
दिव्या गोकुलनाथ ने कहा कि यह नयी योजना हमें दक्षता बढ़ाने, बेकार चीजों से बचने में मदद करेगी. हमारा हाइब्रिड शिक्षण मॉडल- ‘ट्यूशन केंद्र’ और हमारा ‘ऑनलाइन शिक्षण मॉडल’ जो बायजू की कक्षाएं या हमारा ‘लर्निंग ऐप’ है. विशेष रूप से हमने हमारे पहले दो उत्पादों के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना बनाई है. मालूम हो कि बायजू को 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. 


कंपनी को हुआ भारी नुकसान 
बायजू कंपनी का दावा है कि पूरे भारत में उसके 200 से ज्यादा सक्रिय केंद्र चल रहें हैं. साल 2022 के अंत तक इसे 500 केंद्रों तक बढ़ाने का टारगेट रखा गया है. आपको बता दें कि Byju का पिछले साल वित्त वर्ष 2021 में घाटा 4,588 करोड़ रुपये के साथ रिकॉर्ड स्तर पर था, जो 1 साल पहले की तुलना में 19 गुना अधिक रहा था. वहीं, इसके बाद से राजस्व में भारी कमी आई है.


क्या काम करता है बायजू 
मालूम हो कि बायजू एक ऑनलाइन टीचिंग ऐप (Online Teaching App) है. जिसके जरिए बच्चे घर पर रह कर पढ़ाई कर सकते हैं. बायजू ऑनलाइन शिक्षा स्टार्टअप है जिसे आधिकारिक रूप से थिंक एंड लर्न कहा जाता है. वहीं बैंगलोर में स्थित इस स्टार्टअप की स्थापना एक पूर्व ट्यूटर बायजू रविंद्रन ने की थी, जो इस कंपनी के एक तिहाई मालिक हैं. इनके माता पिता भी शिक्षक रहे हैं. भारत में ऑनलाइन टीचिंग के मामले में बायजू सबसे आगे चलता हैं. बायजू ने भारत के अलावा अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया और मैक्सिको में भी बच्चों को कोडिंग सिखानी शुरू कर दी है. 


यहां से मिला था फण्ड 
दरअसल बायजू को यूबीएस ग्रुप एजी की तरफ से लगभग $150 मिलियन का फंड मिला था. यूबीएस कंपनी पैसे डबल करने की वजह से चर्चा में रहती है. इसलिए उम्मीद की जा रही है कि ये बायजू के साथ अपना पैसा डबल करेगी.


कितने हैं बायजू के यूजर्स
देश के कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा रहे थे, इसलिए बच्चों और उनके अभिभावकों को अब ऑनलाइन टीचिंग की आदत पड़ गई है. भारत में 80 मिलियन से ज्यादा लोग बायजू ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. 


ये भी पढ़ें 


Cabinet Decisions: सरकारी तेल कंपनियों को बड़ी राहत, नुकसान में एलपीजी बेचने पर मोदी सरकार ने दिए 22,000 करोड़ रुपये


Recession In United States: राष्ट्रपति Joe Biden ने माना अमेरिका में आ सकती है मंदी!