Supertech Developers Update: नोएडा की सुपरटेक लिमिटेड (Supertech Ltd.) ने अपने अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. आपको बता दे कि सुपरटेक ने बाकि पड़े अधूरे प्रोजेक्ट (Late Projects) को समय से डिलीवर करने के लिए कंपनी होटल (Hotel) और शॉपिंग मॉल (Shopping Mall) को बेचकर पैसा (Fund) जुटाने जा रहा है. ये होटल और शॉपिंग मॉल मेरठ और हरिद्वार में स्थित है.


इतना पैसा जुटाएगी कंपनी 
सुपरटेक डेवलपर (Supertech Developer) का कहना है कि कंपनी की योजना मेरठ और हरिद्वार की 4 कमर्शियल प्रॉपर्टी (Commercial Property) को 1,000 करोड़ रु में बेचने जा रही है. इससे मौजूदा प्रोजेक्टस के तेजी से निर्माण और कर्ज चुकाने के लिए किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार कंपनी ने पहले ही कमर्शियल प्रॉपर्टीयों को बिक्री के लिए रखा था, लेकिन कोविड महामारी के कारण ऐसा नहीं किया जा सका. सुपरटेक लिमिटेड ने कहा कि चारों प्रॉपर्टी को बिक्री कर 1,000 करोड़ रु जुटाने का टारगेट रखा है. मेरठ और हरिद्वार में सुपरटेक के 1-1 शॉपिंग मॉल और 1-1 होटल हैं.


दिवालिया आदेश के बाद लिया एक्शन
बीते 10 जून को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेंट ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की ओर से एक आदेश जारी किया था. इसमें सुपरटेक लिमिटेड के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रोजेक्ट ईको विलेज-2 के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने का आदेश है. इस प्रोजेक्ट के लिए कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स का गठन किया है. इससे पहले 25 मार्च को NCLAT की ओर से सुपरटेक लिमिटेड के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने का आदेश दिया था. इस बारे में सुपरटेक पर यूनियन बैंक का 432 करोड़ बकाया है. जिसके कारण यूनियन बैंक ने याचिका दायर कर रखी है.


क्यों बेचनी पड़ रही प्रोपर्टी 
सुपरटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (Chairman and Managing Director) आर. के. अरोड़ा का कहना है कि एनसीएलएटी की ओर से उनको जल्द से जल्द बकाएदारों के विवाद निपटाने को कहा है. कोरोना काल के चलते बैंक और अन्य एजेंसियों का पुराना बकाया नहीं चुकाया जा सका है. इसके बाद कुछ प्रॉपर्टी को बेचने के बारे में विचार बनाया है. एनसीएलएटी के आदेश के बाद कंपनी अब अलग-अलग प्रोजेक्ट के 923 फ्लैटों को डिलीवरी करने जा रही है.


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