Election Commission of India: नेशनल हाईवे पर फिलहाल आपको बढ़ी हुई टोल की दरें नहीं देनी होंगी. चुनाव आयोग ने एक अप्रैल से लागू होने जा रहे इस फैसले को टालने का निर्देश दिया है. चुनाव आयोग (ECI) ने एनएचएआई (NHAI) से कहा है कि वह हाईवे पर नए टोल रेट लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के बाद लागू करे. आमतौर पर देश के ज्यादातर टोल रोड पर रेट 1 अप्रैल से बढ़ा दिए जाते हैं. हाईवे पर टोल रेट इस बार लगभग 5 फीसदी बढ़ने जा रहे थे. देश में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव 19 अप्रैल को शुरू होकर एक जून तक चलेंगे. मतों की गिनती 4 जून को होगी.
हर साल महंगाई के आधार पर बढ़ते हैं रेट
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को दिए निर्देश में चुनाव आयोग ने कहा है कि वह फिलहाल इस फैसले को टाल दे. सड़क परिवहन एवं हाईवे मंत्री के एक पत्र के जबाव में चुनाव आयोग ने यह निर्देश दिया है. देश में फैले हाईवे और एक्सप्रेसवे पर लगभग 5 फीसदी टोल शुल्क एक अप्रैल से बढ़ने वाला था. एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, टोल दरों में यह बढ़ोतरी महंगाई के आधार पर हर साल की जाती है.
नेशनल हाईवे नेटवर्क में हैं 855 टोल प्लाजा
देश में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग 19 अप्रैल से शुरू हो जाएगी. इसके बाद वोटिंग 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होगी. 4 जून को फैसला आ जाएगा. नेशनल हाईवे नेटवर्क में इस समय 855 टोल प्लाजा हैं. नेशनल हाईवेज बिल्डर्स फेडरेशन (NHBF) ने एनएचएआई को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की थी. उनका कहना था कि हमें नए टोल रेट जारी करने से रोका जा रहा है. इससे भ्रम की स्थिति बन रही है.
मतदान खत्म होने के बाद ही बढ़ा सकेंगे बिजली के रेट
इसके अलावा चुनाव आयोग ने कहा है बिजली टैरिफ बढ़ाने का फैसला स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ले सकते हैं. हालांकि, उन्हें बढ़ी हुई कीमतें उनके राज्य में मतदान संपन्न हो जाने के बाद ही लागू करने की इजाजत मिलेगी.
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