Toll Collection: सड़कों पर गाड़ियों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ टोल से होने वाली कमाई (Toll Revenue Collection) भी दनादन बढ़ रही है. इसके चलते टोल रोड ऑपरेटर्स की भी कमाई (Toll Road Operators Revenue) तेजी से बढ़ रही है. एक ताजी रिपोर्ट के अनुसार, चंद दिनों में समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष के दौरान टोल रोड ऑपरेटर्स की कमाई में 16 से 18 फीसदी की वृद्धि हो सकती है. वहीं दूसरी ओर जल्दी ही टोल और टोल संग्रह से जुड़े कुछ बदलाव होने जा रहे हैं.


तेजी से बढ़ रही है ऑपरेटर्स की कमाई


रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने टोल कलेक्शन को लेकर हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में टोल ऑपरेटर्स का राजस्व 16 से 18 फीसदी तक की दर से बढ़ सकता है. हालांकि अगले वित्त वर्ष में इसकी रफ्तार कुछ कम होकर 9 से 11 फीसदी रह सकती है. क्रिसिल का कहना है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान महंगाई के चलते टोल की दरों में हुई बढ़ोतरी और राष्ट्रीय राजमार्गों पर गाड़ियों के बढ़े आवागमन के चलते टोल कलेक्शन में शानदार वृद्धि हो रही है. वहीं महंगाई की दरें कम होने से अगले वित्त वर्ष में टोल कलेक्शन के भी कम होने की आशंका है.


इतनी होगी ट्रैफिक में वृद्धि


क्रिसिल ने 14 राज्यों की 49 टोल सड़कों के प्रदर्शन का विश्लेषण कर इस रिपोर्ट को तैयार किया है. एजेंसी के अनुसार, टोल कलेक्शन बढ़ने से टोल ऑपरेटर कंपनियों का बैलेंस शीट बेहतर होगा और उनकी लिक्विडिटी सुधरेगी. चालू वित्त वर्ष के दौरान ट्रैफिक में भी 5-7 फीसदी की अच्छी वृद्धि का अनुमान है, जो अगले वित्त वर्ष में 4-6 फीसदी रह सकती है.


01 अप्रैल से महंगा हो जाएगा सफर


दूसरी ओर पुणे से मुंबई का सफर करने वालों के लिए बुरी खबर है. पीटीआई की एक खबर के अनुसार, एक अप्रैल से मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर सफर करना महंगा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे पर 01 अप्रैल से टोल की दरें 18 फीसदी बढ़ने वाली हैं. महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. अधिकारियों का कहना है कि टोल की दरें सालाना 6 फीसदी की दर से बढ़ती हैं और इसे तीन साल के हिसाब से 18 फीसदी बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने बताया की नई दरें 2030 तक लागू रहने वाली हैं, क्योंकि 2026 में इनमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.


गाड़ियों के हिसाब से ऐसे बढ़ा टोल


अधिकारियों के अनुसार, कार और जीप जैसी गाड़ियों के लिए अब टोल बढ़कर 320 रुपये हो जाएगा, जो अभी 270 रुपये है. इसी तरह मिनी बस और टेम्पो के लिए यह 420 रुपये से बढ़कर 495 रुपये हो जाएगा. दो एक्सल वाले ट्रकों को अब 585 रुपये के बजाय 685 रुपये देने होंगे, जबि बसों को 797 रुपये की जगह 940 रुपये लगेंगे. तीन एक्सल वाले ट्रकों से 1,380 रुपये के बजाय 1,630 रुपये वसूल किए जाएंगे, जबकि मल्टी-एक्सल ट्रकों और मशीनरी व्हीकल्स को 1,835 रुपये की जगह 2,165 रुपये देने होंगे.


इतना बढ़ सकता है एनएचएआई का राजस्व


टोल कलेक्शन को लेकर जल्दी ही एक बड़ा बदलाव होने वाला है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने हाल ही में बताया था कि सरकार मौजूदा टोल प्लाजा की जगह लेने के लिए नई टेक्नोलॉजी पर विचार कर रही है. जीपीएस-बेस्ड टोल कलेक्शन (GPS-Based Toll Collection System) समेत कोई नई टोल कलेक्शन टेक्नोलॉजी अगले छह महीने में मौजूदा टोल प्लाजा की जगह ले लेंगी. उन्होंने बताया था कि अभी टोल कलेक्शन से एनएचएआई (NHAI) को 40 हजार करोड़ रुपये के आस-पास राजस्व मिल रहा है, जो अगले दो-तीन साल में कई गुणा बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है.


ये भी पढ़ें: कब कम होंगी अडानी की मुश्किलें? हिंडनबर्ग के बाद अब यहां बोतल से निकला जिन्न