Tomato Price: टमाटर और आम के दाम में उछाल, 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंचे रेट-जानिए क्या है वजह
Tomato Mango Rate Up: देश में टमाटर और आम दोनों के दाम आसमान पर जा पहुंचे हैं. टमाटर और आम की फसल पर असर आने के चलते इनके दाम बढ़कर 100 रुपये प्रति किलो के पार जा पहुंचे हैं.
Tomato Mango Rate Up: देश में महंगाई सुरसा के मुंह की तरह बढ़ती जा रही है और खाने-पीने की वस्तुओं के दाम इसमें और बढ़ोतरी कर रहे हैं. कुछ दिन पहले नींबू के दाम को लेकर देश में हाहाकार मचा था और अब रोजाना रसोई में काम आने वाला टमाटर बेतहाशा महंगा हो गया है. वहीं गर्मियों में आने वाला फल आम भी बेहद महंगा मिल रहा है. देश के कई इलाकों में गर्मी से हाहाकार मचा है और जबरदस्त लू चल रही है जिसके कारण से टमाटर और आम दोनों महंगे हो गए हैं.
टमाटर हुआ लाल
देश के कई राज्यों में गर्मियों की शुरुआत में ही असामान्य तरीके से लू चली जिसके चलते टमाटर और आम की फसल पर बुरा असर पड़ा है और इनके दाम 100 रुपये प्रति किलो के पार हो गए हैं. देश के कई राज्यों में टमाटर जो रोज के खाने के काम आता है, वो 100 रुपये प्रति किलो के पार जा चुका है. इतना ही नहीं भुवनेश्वर में तो इसके दाम 120 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंचे हैं. पिछले पखवाड़े यानी 15 दिनों में टमाटर के दाम को देखें तो ये 100 रुपये प्रति किलो तक गए हैं.
आम हुआ खास
उत्तर प्रदेश में आम की फसल को जबरदस्त लू के चलते भारी नुकसान हुआ है और इसकी 80 फीसदी फसल के खराब होने का अंदेशा है जिसके चलते आम के दाम भी जोरदार तरीके से चढ़ रहे हैं. लू के चलते खराब हुई फसल का असर आम के दाम पर देखा जा रहा है और इसके दाम देश के उत्तरी और दक्षिणी इलाकों में 100 रुपये प्रति किलो पर आ गए हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश देश में आम का सबसे बड़ा उत्पादक है और यहां आम की फसल पिछले 2 दशकों में सबसे निचले स्तर पर रहने का अनुमान है जिसका असर आम के दाम पर आना लाजिमी है.
टमाटर के दाम जुलाई तक सस्ते होंगे !
टमाटर के दाम जुलाई में जाकर सस्ते होने का अनुमान है जब टमाटर की नई फसल आएगी. इस साल लू बहुत जल्दी चल गई जिसके असर से देश के अधिकांश इलाकों में टमाटर के फूल झुलस गए और टमाटर की फसल का उत्पादन घट गया. उदाहरण के लिए देखें तो एक एकड़ में 10 टन के बराबर टमाटर होता था वो अब केवल 3 टन तक आ गया है. कीमतें बढ़ने के पीछे टमाटर की सप्लाई में आई भारी गिरावट प्रमुख कारण है.
आम के दाम इस साल नीचे आने के आसार नहीं
आम के दाम इस साल नीचे आने के आसार इसलिए नहीं दिख रहे हैं क्योंकि आंध्र प्रदेश में भी आम की फसल पर असर आया है. उत्तर प्रदेश हर साल 4.5 करोड़ टन आम का उत्पादन करता है पर इस साल इसकी 80 फीसदी फसल खराब होने से आम के दाम आसमान पर जा पहुंचे हैं. यूपी का देश के कुल आम उत्पादन में 23.47 फीसदी हिस्सा है और इसका हिस्सा घटने से आम के दाम महंगे हो चुके हैं.
ये भी पढ़ें