Top 100 Companies: मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है. निवेशकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सेबी ने मार्केट में लिस्टेड टॉप 100 कंपनियों को निर्देश दिया है कि उन्हें मीडिया रिपोर्ट्स में शेयर मार्केट को लेकर चल रही अटकलों पर सफाई देनी होगी. इन 100 कंपनियों का चुनाव मार्केट कैप के आधार पर किया गया है. यह नया नियम शनिवार, 1 जून से ही लागू हो गया है. इस नियम के दायरे में 1 दिसंबर से 250 टॉप कंपनियां आने लगेंगी. 


100 बड़ी लिस्टेड कंपनियों को उठानी होगी जिम्मेदारी 


सेबी के नए नियम के तहत इन 100 कंपनियों को मीडिया में रिपोर्ट की गई किसी भी ऐसी घटना या जानकारी की पुष्टि, खंडन या स्पष्टीकरण पेश करना होगा, जो मार्केट और निवेशकों पर असर डाल सकती हो. यह काम इन कंपनियों को 24 घंटे के अंदर करना होगा. सेबी की कोशिश है कि शेयर मार्केट में होने वाले इनवेस्टमेंट पर अफवाहों का कोई बुरा प्रभाव न पड़े. सेबी का यह फ्रेमवर्क अफवाहों के चलते मार्केट में होने वाली उठापटक से निवेशकों की सुरक्षा करेगा. साथ ही निवेशकों के प्रति कंपनियों को ज्यादा जवाबदेह बनाएगा.


निवेशकों का भरोसा भारतीय बाजार पर मजबूत होगा


मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार, इस कदम से उन सूचनाओं को लीक होने से रोका जा सकेगा, जो कंपनियों के वैल्यूएशन को प्रभावित कर सकती हैं. इससे शेयर मार्केट को ज्यादा पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सकेगा. सेबी की इस पहल से न सिर्फ देशी बल्कि विदेशी निवेशकों का भरोसा भी भारतीय बाजार पर मजबूत होगा. कंपनियों द्वारा बायबैक, क्यूआईपी, प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट और अधिग्रहण जैसे फैसले लेते समय अफवाहों के चलते होने वाली उठापटक पर लगाम लगाई जा सकेगी. 


ट्रेडिंग के दौरान अफवाहों के चलते नहीं होगी उठापटक 


स्टॉक मार्केट में फैलने वाली अफवाहें शेयरों की कीमत में अस्थिरता का कारण बन सकती हैं. इनके चलते ट्रांजेक्शन प्रभावित होते हैं. कई बार कंपनियों और निवेशकों को इन अफवाहों से बड़ा नुकसान होता है. अब सेबी ने इन समस्याओं के समाधान के लिए नया सिस्टम लागू किया है. इससे न सिर्फ अफवाहों पर लगाम लगेगी बल्कि ट्रेडिंग के दौरान इनकी वजह से कीमत में कोई उतार-चढ़ाव भी नहीं होगा.


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