(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एयरटेल के 1.25 अरब डॉलर के बॉन्ड के लिए निवेशकों की लाइन लगी, कई ग्लोबल निवेशक निवेश को तैयार
एयरटेल की ओर से फंड जुटाने की यह कवायद न सिर्फ इसके विस्तार को मजबूती देगी बल्कि कंपीटिटर रिलायंस जियो से टक्कर लेने में भी मदद करेगी.
भारती एयरटेल की ओर से विदेश से फंड जुटाने को कई ग्लोबल निवेशकों का समर्थन मिला है. कंपनी के 1.25 अरब डॉलर के बॉन्ड इश्यू के लिए कई फंड्स ने निवेश की पेशकश की है. गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेंट, फिडेलिटी, ब्लैकरॉक, टीआईएए, लुमिस सेयल्स, नान शान लाइफ, एशमोर इनवेस्टमेंट और अमुंडी एसेट मैनेजमेंट समेत कई ग्लोबल निवेशकों ने बॉन्ड में खरीदारी में दिलचस्पी दिखाई है. एयरटेल सीनियर और परपिचुअल बॉन्ड के जरिये फंड जुटा सकती है.
कर्ज चुकाने और कैपिटल एक्सपेंडिचर में खर्च होगा बॉन्ड से जुटाया गया फंड
एयरटेल का कहना है कि बॉन्ड के जरिये जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर और कर्जों के भुगतान में किया जाएगा. दरअसल एयरटेल आने वाली 4जी स्पेक्ट्रम नीलामी में हिस्सा लेने के लिए फंड जुटाने में लगी है. इसके अलावा अपने नेटवर्क और जरूरी भुगतान के लिए भी फंड जुटाने में लगी है.
5जी लॉन्च करने की तैयारी को भी मिलेगा दम
कहा जा रहा है कि यह 2019 जनवरी के बाद भारत के किसी भी इनवेस्टमेंट ग्रेड बॉन्ड जारी कर्ता की ओर से फंड जुटाने की सबसे बड़ी कवायद है. कंपनी ने कहा है कि इसके बॉन्ड में आला दर्जे के विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी इसकी बिजनेस में मजबूती को दिखाती है. इससे पहले एयरटेल ने भारत में 5जी लॉन्च करने के लिए क्वालकॉम टेक्नोलॉजिज से समझौता किया है. एयरटेल और क्वालकॉम एक साथ मिलकर 5जी फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस नेटवर्क बनाएंगे. इसके बाद होम इंटरनेट नेटवर्क को भी अपग्रेड किया जाएगा. इसे तहत ब्रॉडबैंड इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड कर गीगाबिट क्लास होम वाई-फाई नेटवर्क दिया जाएगा.
कुछ समय पहले एयरटेल ने हैदराबाद में 5जी का एक लाइव कॉमर्शियल नेटवर्क का डेमो दिया था. ऐसा करने वाली एयरटेल देश की पहली कंपनी है. अब इस सर्विस का दायरा बढ़ाने के लिए एयरटेल क्वालकॉम के साथ मिल कर काम कर रही है.
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