यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने वाले बैंकों के अलावा कई इंश्योरेंस कंपनियां और एसेट मैनेजमेंट कंपनियां भी इसके एफपीओ खरीदने की रेस में हैं.अमेरिकी एसेट मैनेजमेंट कंपनी टिल्डेन पार्क, एलआईसी, एचडीएफसी एएमसी और एचडीएफसी लाइफ इसमें पैसा लगाने के लिए तैयार हैं. यस बैंक की ओर से 15 हजार करोड़ रुपये जुटाने के लिए लाए जा रहे इस एफपीओ का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा पाने के लिए इन कंपनियों में होड़ लगी है. आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस भी इस दौड़ में शामिल हैं.


इस एफपीओ में एंकर इनवेस्टर कंपोनेंट भी होगा जो 4500 करोड़ रुपये का होगा. एलआईसी और टिल्डेन पार्क 9-9फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकते हैं. इसके लिए उन्होंने आरबीआई से इजाजत ले ली है. यस बैंक के इस एफपीओ का ऑफर प्राइस बैंड 12 से 15 रुपये प्रति शेयर हो सकता है.यस बैंक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी एसबीआई है. एसबीआई के समर्थन की बदौलत यस बैंक ने कुछ बड़े निवेशकों का इंतजाम कर लिया है. लेकिन एफपीओ में निवेश बैंक के लिए अहम होगा क्योंकि इससे इसकी कोर इक्विटी पूंजी को मजबूती मिलेगी.


यस बैंक का बैड लोन रेश्यो सबसे खराब 


यस बैंक का बैड लोन रेश्यो प्राइवेट बैंकों में सबसे खराब है. बैंक का एफपीओ इश्यू 15 से 17 जुलाई तक खुला रहेगा. एंकर इनवेस्टर 14 जुलाई को बोली लगाएंगे.  एसबीआई यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए और 1760 करोड़ रुपये लगाएगा. स्टेट बैंक ने कहा कि वह यस बैंक के फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO में 1760 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.बीएसई में फाइल की गई जानकारी के मुताबिक स्टेट बैंक की सेंट्रल बोर्ड कमेटी ने यस बैंक के एफपीओ में 1760 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दे दी है. बैंकों और वित्तीय संस्थानों की यस बैंक में 66.94 फीसदी हिस्सेदारी है.