चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2023 की अवधि के लिए कंपनियों ने तिमाही नतीजों का ऐलान करने की शुरुआत कर दी है. हमेशा की तरह आईटी सेक्टर ने इसकी शुरुआत की है और चारों टॉप आईटी कंपनियों के परिणाम जारी हो चुके हैं. इन चारों कंपनियों के तिमाही नतीजे से पता चलता है कि पहली तिमाही के दौरान आईटी सेक्टर में कर्मचारियों की संख्या कम हुई है.


कम हुए आईटी कंपनियों के स्टाफ


आलोच्य तिमाही के दौरान चारों टॉप आईटी कंपनियों यानी टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक के कर्मचारियों की कुल संख्या में 17,335 की कमी आई है. इससे पहले पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान चारों टॉप आईटी कंपनियों के कुल कर्मचारियों की संख्या में 52,842 की बढ़ोतरी हुई थी.


इंफोसिस में इतनी बड़ी गिरावट


देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के कर्मचारियों की संख्या में जून तिमाही में 6,940 की गिरावट आई. इस तरह अब इंफोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या 3,36,294 रह गई है. इससे पहले मार्च तिमाही में भी इंफोसिस के कर्मचारियों की संख्या 3,611 कम हुई थी. इंफोसिस को एट्रिशन के मोर्चे पर कुछ राहत मिली है. मार्च तिमाही में एट्रिशन रेट यानी कर्मचारियों के खुद से नौकरी छोड़कर जाने की दर इंफोसिस में 20.9 फीसदी थी, जो जून तिमाही में कम होकर 17.3 फीसदी पर आ गई.


टीसीएस में बाकियों से बेहतर स्थिति


देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस ने इस दौरान कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने में सफलता दर्ज की है. जून तिमाही में टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 523 बढ़ी, जो मार्च तिमाही में 821 रही थी. टीसीएस ने भले ही इंडस्ट्री के ट्रेड से उलट कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई हो, लेकिन इससे साफ पता चल रहा है कि आईटी कंपनियों में हायरिंग सुस्त पड़ गई है. अभी टीसीएस के कुल कर्मचारियों की संख्या 6,15,318 है. टीसीएस में एट्रिशन रेट मार्च तिमाही के दौरान 20.1 फीसदी रही थी, जो जून तिमाही में कम होकर 17.8 फीसदी पर आ गई.


विप्रो और एचसीएल टेक में भी कमी


विप्रो के कर्मचारियों की संख्या में 8,812 की गिरावट आई है और अब यह आंकड़ा 2,49,758 पर आ गया है. विप्रो के मामले में एट्रिशन रेट 19.4 फीसदी से कम होकर 17.3 फीसदी पर आ गई है, जो पिछली 8 तिमाहियों में सबसे कम है. वहीं एचसीएल टेक में कर्मचारियों की संख्या 2,506 कम होकर 2,23,438 पर आ गई है. इस कंपनी में एट्रिशन रेट 19.5 फीसदी से कम होकर 16.3 फीसदी रह गई है.


हायरिंग में आई भारी गिरावट


हायरिंग के मामले में बात करें तो एक टीसीएस को छोड़ किसी भी अन्य टॉप इंडियन आईटी कंपनी ने सही से बात नहीं की है. टीसीएस ने आने वाले महीनों में 40 हजार नई भर्तियां करने की बात तो की है, लेकिन उसने इसके लिए कोई समय नहीं बताया है. वहीं इंफोसिस का कहना है कि वह जरूरत का मूल्यांकन करने के बाद हायरिंग के बारे में विचार करेगी. विप्रो और एचसीएल टेक ने इस बारे में साफ-साफ कुछ नहीं कहा है.


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