Government Data: देश को खाद्यान्न के मोर्चे पर खुशखबरी मिली है. भारत सरकार ने मंगलवार को जानकारी दी है कि इस साल रिकॉर्ड संख्या में खाद्यान्न उत्पादन होने का अनुमान है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश का कुल खाद्यान्न उत्पादन 2023-24 में 3,288.52 लाख टन हो सकता है. यह पिछले 5 वर्ष (2018-19 से 2022-23) के औसत फूड ग्रेन प्रोडक्शन 3,077.52 लाख टन से 211 लाख टन ज्यादा है.
साल 2022-23 की तुलना में आई मामूली कमी
कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture) ने मंगलवार को बताया कि खाद्यान्न उत्पादन में 2022-23 की तुलना में उत्पादन में मामूली कमी आई है. मंत्रालय ने कहा कि 2023-24 में अनियमित मानसून की वजह से अनाज उत्पादन में गिरावट हुई है. पर्याप्त बारिश न होने से कुछ फसलें प्रभावित हुई थीं. हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, फूड ग्रेन प्रोडक्शन का आंकड़ा 5 साल के औसत से अधिक है. इससे समझ आता है कि एग्रीकल्चर सेक्टर में सुधार आ रहा है.
चावल और गेहूं का प्रोडक्शन बढ़ा
मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, 2023-24 में कुल चावल उत्पादन 1,367.00 लाख टन होने का अनुमान है. यह आंकड़ा 2022-23 में 1,357.55 लाख टन था. गेहूं का उत्पादन भी 1,129.25 लाख टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के इसी आंकड़े की तुलना में 23.71 लाख टन अधिक है. श्री अन्न (बाजरा) का उत्पादन 174.08 लाख टन होने का अनुमान है, जो 2022-23 की तुलना में 87 हजार टन की मामूली वृद्धि को दर्शाता है. पोषक/मोटे अनाज का उत्पादन 547.34 लाख टन अनुमानित है, जो पांच साल के औसत उत्पादन की तुलना में 46.24 लाख टन अधिक है.
दलहनों के उत्पादन में हुआ इजाफा
वर्ष के दौरान दलहनों का उत्पादन बढ़ा है. तुअर का उत्पादन 33.85 लाख टन अनुमानित है, जो 2022-23 में 33.12 लाख टन की तुलना में 0.73 लाख टन अधिक है. मसूर का उत्पादन 17.54 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 15.59 लाख टन की तुलना में 1.95 लाख टन अधिक है. सोयाबीन का उत्पादन 130.54 लाख टन, और रेपसीड तथा सरसों का उत्पादन 131.61 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के उत्पादन की तुलना में 5.18 लाख टन अधिक है. आंकड़ों के अनुसार, कपास का उत्पादन 325.22 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) और गन्ने का उत्पादन 4425.22 लाख टन होने का अनुमान है.
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