कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में अब ट्रांसपोर्टरों के संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कॉन्ग्रेस ने भी उत्तर भारत में चक्का जाम की चेतावनी दी है. संगठन ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि सरकार को किसानों के साथ गरिमा के साथ पेश आना चाहिए. सरकार को एक कदम आगे बढ़ कर उनकी चिंताओं का समाधान करना होगा. अगर सरकार किसानों की मांगें नहीं मानती है तो ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कॉन्ग्रेस उत्तर भारत में सामानों की ढुलाई रोक देगी.

'ट्रांसपोर्टरों का पूरा सपोर्ट किसानों के साथ'

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष कुलरतन सिंह अटवाल ने बयान जारी कर कहा कि ट्रांसपोर्टरों का पूरा सपोर्ट किसानों के साथ है. किसानों का आंदोलन के सात दिन पूरे हो चुके हैं. अब सरकार को किसानों से बातचीत कर मामले को सुलझा लेना चाहिए. ट्रांसपोर्ट कॉन्ग्रेस अपनी कोर कमेटी की बैठक जल्द ही बुलाएगी. इस पर फैसला किया जाएगा कि ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल को लेकर आगे रुख तय किया जाए. अगर सरकार किसानों की बातें नहीं सुनती तो हम दिल्ली और पूरे उत्तर भारत में अपना ऑपरेशन रोक सकते है.

आठवें दिन भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं किसान 

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का आज आठवां दिन है. किसानों के खिलाफ सरकार के कथित अड़ियल रुख के खिलाफ पंजाब के पूर्व सीए और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्म विभूषण लौटा दिया है. इस बीच, चालीस किसानों नेताओं की सरकार के साथ विज्ञान भवन में बातचीत चल रही है. सरकार की तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अध्यक्षता कर रहे हैं. मीटिंग से पहले तोमर ने कहा कि किसानों से चर्चा का सकारात्मक नतीजा निकलेगा. उधर, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि गृह मंत्री से अपील की है कि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान निकालें.

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