Stock Market Crash: शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट की सुनामी के चलते निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये मिनटों में साफ हो गए. सुबह शेयर बाजार तेजी के साथ खुला था लेकिन विदेशी निवेशकों की तेज बिकवाली के चलते मिडकैप और स्मॉलकैप में कोहराम देखा जा रहा है निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 1600 और निफ्टी का स्मॉलकैप इंडेक्स 650 अंकों तक नीचे जा लुढ़का है. बीएसई सेंसेक्स फिलहाल 346 और निफ्टी 151 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. विदेशी निवेशक भारत से अपने निवेश को निकालकर चीन में लगा रहे हैं जिसके चलते वे भारतीय बाजार में पिछले छह सेशन से बिकवाली कर रहे हैं जिसके चलते बाजारों में तेज गिरावट आई है.
चीन दे रहा भारतीय बाजारों को दर्द!
सोमवार 7 अक्टूबर की सुबह शानदार ग्लोबल संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुला था. आईटी बैंकिंग स्टॉक्स में खरीदारी के चलते सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी थी. लेकिन बाजार खुलने के एक घंटे बाद बिकवाली लौट आई और इस बिकवाली की सबसे ज्यादा मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स पर देखने को मिली. दिन के हाई से निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स में 2000 और स्मॉलकैप इंडेक्स में 800 अंकों की गिरावट आ गई. सेंसेक्स भी दिन के हाई से 1000 अंक और निफ्टी में 350 अंकों की गिरावट आ गई. हालांकि अब बाजार में रिकवरी लौटी है और सेंसेक्स निफ्टी फ्लैट ट्रेड कर रहा है.
निवेशकों के 10.50 लाख करोड़ हवा में
शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भारी गिरावट के चलते मार्केट कैपिटलाइजेश में तेज गिरावट देखने को मिली है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 10.54 लाख करोड़ रुपये घटकर 450.35 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है जो पिछले कारोबार सत्र में 460.89 लाख करोड़ रुपये रहा था. यानि आज के ट्रेड में निवेशकों को 10.53 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
क्यों गिर रहा भारतीय बाजार
चीन की सरकार ने हाल के दिनों में अपनी अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए आर्थिक राहत पैकेज की (Economic Stimulus Package) की घोषणा की है. ये अनुमान जताया जा रहा कि 1.4 ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा और सरकार कर सकती है. इसके चलते चीनी शेयर बाजार में भारी तेजी है. पिछले एक हफ्ते में भारतीय बाजार से विदेशी निवेशक बिकवाली कर चीनी शेयर बाजार में निवेश बढ़ा रहे हैं और ये सिलसिला जारी रहने की संभावना है जिसके चलते भारतीय बाजारों में गिरावट है. तो इजरायल-ईरान का तनाव भी शेयर बाजार को डरा रहा है.
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