Pulses Price Hike: मंडियों में चना, उड़द और अरहर दाल के दामों में कमी आई है पर रिटेल मार्केट में उपभोक्ताओं को अब तक इसका फायदा नहीं मिल सका है जिसे लेकर सरकार चिंतित है. इसी के मद्देनजर डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने दाल की कीमतों की समीक्षा करने के अलावा अरहर दाल और चना दाल स्टॉक लिमिट का अनुपालन करने के लिए रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 


मंडी में सस्ती हुई दाल पर खुदरा बाजार में नहीं!


उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा, पिछले एक महीने में प्रमुख मंडियों में चना दाल, अरहर दाल और उड़द दाल की कीमतों में 4 फीसदी तक की गिरावट आई है लेकिन खुदरा कीमतें में वैसी गिरावट नहीं देखने को मिली है. उपभोक्ता मामलों की सचिव ने होलसेल मंडी की कीमतों और रिटेल मार्केट की कीमतों के अलग-अलग ट्रेंड्स की ओर इशारा करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा रिटेलर ज्यादा प्रॉफिट मार्जिन कमाने में जुटे हैं. 


उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचाने के निर्देश 


निधि खरे ने बैठक में शामिल होने आए प्रतिनिधियों से मौजूदा कीमतों की स्थिति और खरीफ आउटलुक ध्यान में रखते हुए रिटेल इंडस्ट्री से उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर दाल उपलब्ध कराने के लिए कहा है. उन्होंने कहा, बड़े चेन रिटेलर्स के साथ सभी स्टॉकहोल्डिंग इकाईयों की स्टॉक पोजीशन पर सरकार पैनी नजर बनाए हुए है जिससे तय स्टॉक लिमिट का उल्लंघन ना हो. 


रिटेलर्स कम करेंगे मार्जिन 


उपभोक्ता मामलों के सचिव ने रिटेलर्स को चेतावनी देते हुए कहा, स्टॉक लिमिट का उल्लंघन, सट्टेबाजी और मुनाफाखोरी करते हुए पाए जाने पर सरकार की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. रिटेल सेक्टर की ओर बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने सरकार को भरोसा दिया है कि वे अपने रिटेल मार्जिन को एडजस्ट करने के बाद उसे कम से कम रखेंगे जिससे उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर दाल उपलब्ध कराई जा सके. बैठक में रिटेल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि के अलावा रिलायंस रिटेल, डीमार्ट, टाटा स्टोर्स, स्पेंसर्स, आरएसपीजी और वीमार्ट के प्रतिनिधि शामिल हुए.  


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