Twitter Layoff Elon Musk: ट्विटर एक बार फिर करेगा छंटनी, इतने कर्मचारियों को निकाल देंगे एलन मस्क?
Twitter Layoff News: ट्विटर एक बार फिर कर्मचारियों को निकालने जा रहा है. रिपोर्ट में दावा है कि एलन मस्क इतने कर्मचारियों को निकाल सकते हैं.
Twitter Layoff: ट्विटर के सीईओ एलन मस्क ने कुछ सप्ताह पहले कहा था कि अब ट्विटर से छंटनी नहीं होगी. इस बीच, एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि ट्विटर बड़े स्तर पर छंटनी की तैयारी कर रहा है और 50 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकता है. वहीं न्यूज एजेंसी Insider ने दो मामले के जानकार लोगों का हवाला देते हुए कहा कि अभी सोशल मीडिया साइट से 50 कर्मचारियों को निकालने की योजना बनाई गई है. ये छंटनी कंपनी के हेडकाउंट को 2,000 से कम कर सकता है.
रॉयटर्स ने बताया कि ट्विटर ने उसके मेल का कोई जवाब नहीं दिया है. हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि ट्विटर के नुकसान को कम करने के लिए एलन मस्क बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी कर सकते हैं. आपको बता दें कि एलन मस्क ने अक्टूबर में ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदा था. इसके बाद से ही मस्क ने ट्विटर में कई बड़े बदलाव कर चुके हैं.
50 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर चुका है ट्विटर
दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के ट्विटर के टेकओवर करने के बाद से ही एलन मस्क ने सबसे पहले कर्मचारियों को निकाला था. ग्लोबल स्तर पर 50 फीसदी कर्मचारियों की नौकरी जा चुकी है. वहीं दूसरी ओर एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर के रेवेन्यू में घाटा हुआ है. साल दर साल ट्विटर का रेवेन्यू 40 फीसदी कम हुआ है.
माइक्रोसॉफ्ट ने 10,000 कर्मचारियों को निकाला
ट्विटर दूसरी बार अपने कर्मचारियों की छंटनी करने जा रहा है. वहीं इससे पहले ग्लोबल दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 10,000 कर्मचारियों की छंटनी की है. बुधवार, 18 जनवरी को माइक्रोसॉफ्ट ने कुल 5 फीसदी कर्मचारियों को कम किया है. कंपनी ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में जानकारी देते हुए कहा कि व्यापक आर्थिक स्थितियों और ग्राहकों के बदलते प्राथमिकताओं के चलते कर्मचारियों की छंटनी की गई है.
इन कंपनियों ने भी कर्मचारियों को निकाला
ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट से पहले ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुका है. वहीं विप्रो, टीसीएस, फेसबुक, गूगल और इंफोसिस जैसी कर्मचारियों ने कर्मचारियों को निकाला है. ग्लोबल स्तर पर कुल 1,024 टेक कंपनियों ने 154,000 से ज्यादा कर्मचारियों को 2022 में नौकरी से निकाला है. विप्रो ने 500, टीसीएस ने 2000 से ज्यादा, इंफोसिस ने 2,200 कर्मचारियों को निकाला था.
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