Two-Wheelers: देश में ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए इस समय अच्छे संकेत नजर आ रहे हैं और जहां चार पहिया वाहनों के लिए मांग तेजी से बढ़ रही है वहीं अब टू-व्हीलर सेक्टर के लिए भी अच्छा रुझान वापस आता नजर आ रहा है. इस साल की दूसरी छमाही में टू-व्हीलर्स के लिए अच्छी मांग और बिक्री के आंकड़े देख जाने की उम्मीद ऑटो सेक्टर्स के एक्सपर्ट जता रहे हैं. यहां हम जानेंगे कि इन उम्मीदों के पीछे क्या मुख्य वजहें हो सकती हैं.
आर्थिक रिकवरी
देश की अर्थव्यवस्था में इस समय रिकवरी मोड चल रहा है और कई आर्थिक आंकड़ों में सुधार का डेटा आने लगा है. अच्छे मानसून से ग्रामीण इलाकों में इनकम बढ़ने की उम्मीद है और इसका खासतौर पर असर टू-व्हीलर्स की बिक्री के आंकड़े बढ़ने के रूप में देखा जा रहा है. ग्रामीण इलाकों में अभी भी टू-व्हीलर्स की बिक्री तुलनात्मक रूप से ज्यादा होती हैं और
FADA ने जताई उम्मीद
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने हाल ही में एक सर्वे कराया है. इसमें 50 फीसदी से ज्यादा यानी 50.3 फीसदी ऑटोमोबाइल डीलर्स ने साल की दूसरी छमाही यानी जुलाई-दिसंबर के बीच बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है. वैसे बता दें कि इसके संकेत अप्रैल 2022 से ही मिलने लगे हैं और अप्रैल में 11,94520 टू-व्हीलर्स की बिक्री दर्ज की गई है जो अप्रैल 2021 की 8,65,628 दोपहिया वाहनों की बिक्री के मुकाबले 37.99 फीसदी यानी 38 फीसदी ज्यादा है.
आने वाले त्योहारी सीजन में बढ़ेगी मांग
त्योहारों में नया वाहन खरीदने की परंपरा और देश में लगातार टू-व्हीलर्स के नए-नए मॉडल लॉन्च होने का असर नए वाहनों की ब्रिक्री पर देखा जाएगा. इसके अलावा स्कूल-कॉलेज-दफ्तर आदि पूरी तरह से खुलने के चलते भी टू-व्हीलर्स की डिमांड में तेजी आ रही है.
2019 के बाद हालात खराब हुए पर अब दिखेगा सुधार
साल 2019 में यानी कोरोनाकाल के आने से पहले देश में सबसे ज्यादा 2.12 करोड़ टू-व्हीलर बिके थे. हालांकि इसके बाद कोविडकाल के आने के चलते लगातार गिरावट देखी गई. अब साल 2022 में फिर से टू-व्हीलर सेल्स में इजाफा देखा जा रहा है और इसके आधार पर दोपहिया वाहनों के सेगमेंट में फिर से बहार देखे जाने की उम्मीदें मजबूत हो गई है.
ये भी पढ़ें
अर्थव्यवस्था के लिए राहत की खबरः आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन जून में 12.7 फीसदी बढ़ा