30 Trillion Dollar Economy: कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के फाउंडर एवं डायरेक्टर उदय कोटक (Uday Kotak) ने हाल ही में कहा था कि आजादी के 100 साल पूरे होने पर भारत की जीडीपी 30 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगी. उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने सुझाव भी दिए थे. इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने उन्हें ध्यन्यवाद दिया है.
सिर्फ गोल्ड और प्रॉपर्टी में ही निवेश करते थे भारतीय
बैंकिंग जगत के दिग्गज माने जाने वाले उदय कोटक ने 30 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी (30 Trillion GDP) के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 7 सुझाव दिए थे. उन्होंने निवेशकों के लिए किए गए सुधारों पर भी चर्चा की थी. उन्होंने कहा कि 80 के दशक में निवेशक सिर्फ गोल्ड और प्रॉपर्टी में ही निवेश करते थे. उनमें निवेश के अन्य विकल्पों को लेकर कोई भरोसा नहीं था. फिर 90 के दशक में बैंक, यूटीआई (UTI) और एलआईसी (LIC) में लोगों ने निवेश करना शुरू किया.
बदलावों ने बचत करने वालों को निवेशक बनाया
उदय कोटक के मुताबिक, इक्विटी में निवेश तो कल्पनाओं के परे माना जाता था. इसलिए कंपनियों को पूंजी के लिए एफआईआई (FII) की तलाश रहती थी. कंपनियों को लग्जमबर्ग स्टॉक एक्सचेंज (Luxembourg Stock Exchange) जैसी छोटी जगहों से तक पैसा उठाना पड़ा. भारत का कैपिटल मार्केट बाहर जा रहा था. हालांकि, साल 2000 से स्थिति में बदलाव आया. म्यूचुअल फंड, कैश इक्विटी और डेरिवेटिव्स मार्केट, इंश्योरेंस फंड, ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी, एआईएफ और इक्विटी पर टैक्स रिजीम में आए बदलाव ने बचत करने वालों को निवेशक बना दिया.
उदय कोटक ने दिए ये 7 सुझाव
हाल ही में पेटीएम के विजय शेखर शर्मा ने उदय कोटक को भारत का जेमी डिमोन कहा था. कोटक के मुताबिक, सतत वृद्धि हासिल करने के लिए इन सात चीजों पर ध्यान देना आवश्यक है.
- पॉलिसी, नियम एवं लोगों को शिक्षित कर संदेह को दूर करना होगा. कंपनियों को कम कीमत पर इक्विटी देकर पूंजी का सकारात्मक कामों में इस्तेमाल करना होगा.
- देश में कर्ज पर कर मध्यस्थता से बचना चाहिए .
- डिविडेंड पर डबल टैक्स से बचने की आवश्यकता है.
- डेरिवेटिव्स के जरिए कम कीमत पर लाभ देने से वित्तीय बाजार पर बुरा असर पड़ सकता है. इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
- बैंकों को छोटे उद्योगों, मध्यम कॉरपोरेट और उपभोक्ताओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
- टैक्स और नियामकीय प्रावधानों को सरल बनाए जाने की आवश्यकता है.
- अधिग्रहण के लिए पूंजी और आईबीसी एवं एनसीएलटी की प्रक्रिया पर तुरंत ध्यान देना चाहिए.
सीतारमण और सुरेश प्रभु ने की सराहना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उदय कोटक को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि बैंकिंग सेक्टर का आपका अनुभव विशाल है. पूर्व रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु ने भी उदय कोटक के सुझावों की सराहना की है. आरबीआई ने गुरुवार को ही उदय कोटक की जगह सीएस राजन को कोटक महिंद्रा बैंक का नया चेयरमैन नियुक्त किया था. उदय कोटक ने बैंक के एमडी एवं चेयरमैन का पद छोड़ दिया था.
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