रेगुलेटर्स की आलोचना के बाद जैक मा की कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई
हुरून लिस्ट के ब्योरे में कहा गया है कि चीन के रेगुलेटर्स की ओर से अलीबाबा और एंट ग्रुप के खिलाफ सख्ती के बाद जैक मा की संपत्ति में काफी कमी दर्ज की गई है. मा की दिक्कतें तब शुरू हुई थीं, जब उन्होंने 24 अक्टूबर 2020 को सार्वजनिक मंच से चीन के रेगुलेटरी सिस्टम के कथित पक्षपात की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने इसमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर भी सवाल उठाए थे. इसके बाद एंट ग्रुप का 37 अरब डॉलर का आईपीओ टल गया था.
शी जिनपिंग पर उठी उंगली
वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक जैक मा के एंट ग्रुप के आईपीओ को रद करने का आदेश सीधा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से आया था. इसके बाद जैक मा से क्रिसमस की पूर्व संध्या पर कहा गया कि वह तब तक चीन से बाहर न जाएं जब तक कि उनके अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ चल रही जांच पूरी नहीं कर ली जाती. इस कार्रवाई के बाद जैक मा को सार्वजनिक रूप से बहुत कम ही देखा गया था. ऐसी खबरें थीं कि चीन सरकार ने उन्हें गायब करवा दिया है. हालांकि कुछ दिनों पहले मा एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे. चीन में रेगुलेटरी नियमों की आलोचना करने वाले उद्योगपतियों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है.
चीन में रेगुलटरी नियमों की आलोचना करने वाले उद्योगपतियों का निशाना बनाया जा रहा. रेगुलटरी नियमों की आलोचना के बाद जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को टालना पड़ा.
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