काले धन के खिलाफ मुहिम के मद्देनजर आयकर विभाग के नये वेबसाइट www.cleanmoney.gov.in को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लांच किया. इस मौके पर उन्होंने काले धन से हाथ रंगने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ज्यादा नगद में औऱ टैक्स चोरी से बचाए पैसे में लेन-देन करना सुरक्षित नहीं है. जेटली ने कहा कि नोटबंदी के छह महीने के दौरान तीन खास बातें देखने को मिली. पहला, डिजिटल लेन-देन बढ़ा, टैक्स असेसी की संख्या के साथ टैक्स से कमाई बढ़ी और नगद में भारी लेन-देन को लेकर डर बढ़ा.
- नोटंबंदी के बाद काले धन के खिलाफ मुहिम
इस मौके पर आयकर से जुड़ी नीतियां बनाने वाली शीर्ष संस्था सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज यानी सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने जानकारी दी कि नोटबंदी के समय यानी बीते साल नवंबर से लेकर इस साल मार्च के बीच - 900 मामलों में सर्च किए गए जिससे 16,398 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला. साथ ही 900 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी
- 8329 मामलों में सर्वे किया गया जिसमें 6,746 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला
- 400 से भी ज्यादा मामले सीबीआई और ईडी को सौंपे गए. ईडी ने 18 और सीबीआई ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया.
- 91 लाख नए टैक्सपेयर्स बने और अब हर रोज 3 लाख पैन जारी किए जा रहे हैं.
चंद्रा ने ये भी जानकारी दी कि 31 जनवरी को ऑपरेशन क्लीन मनी की शुरुआत की गयी. इसके जरिए नोटबंदी के दौरान भारी तादाद में जमा किए गए नकद की पपचान की गयी. इसके तहत
- करीब 18 लाख ऐसे लोगों की पहचान की गयी जिनकी ओर से बैंक में जमा करायी गयी नगदी और उनके आयकर रिटर्न मेल नही खा रहे थे. इन सभी को ऑनलाइन जवाब देने को कहा गया.
- कुल 9.72 लाख लोगो ने अपने 13.33 लाख खातों में जमा करायी गयी 2.89 लाख करोड़ रुपये की रकम के बारे में ब्यौरा दिया गया है. इन सभी जवाब की पड़ताल की गयी है औऱ संतोषजनक जवाब होने की सूरत में कई कार्रवाई नहीं होगी.
- अब 5.68 लाख नए मामलों की पहचान की गयी है जिनसे ऑनलाइन जवाब मांगा जाएगा
- यही नही 1.58 लाख लोगों के ऐसे 3.71 लाख खातों की पहचान की गयी है जिन्होंने पहले संतोषजनक जवाब नहीं दिय़ा था.
अब ऑपरेशन क्लीन मनी का दूसरा चरण शुरु किया जा रहा है जिसके तहत पहचान किए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.