भारत हाल ही में चीन को पीछे छोड़ सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना है. ऐसे में लोगों को रोजगार मुहैया कराना सरकार की सबसे बड़ी चुनौती बनती जा रही है. बेरोजगारी (India Unemployment) के लगातार बढ़ते आंकड़े चुनौती बढ़ा रहे हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने यानी अप्रैल 2023 में देश की बेरोजगारी दर (Unemployment Rate) 8 फीसदी के पार निकल गई.
इस कारण बढ़ी बेरोजगारी
सेंटर फोर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के ताजा आंकड़ों (CMIE Data) के अनुसार, अप्रैल महीने में भारत की बेरोजगारी दर बढ़कर 8.11 फीसदी पर पहुंच गई, जो एक महीने पहले यानी मार्च 2023 में 7.8 फीसदी थी. सीएमआईई ने बताया कि अप्रैल महीने के दौरान बेरोजगारी बढ़ने का मुख्य कारण लेबर पार्टिसिपेशन रेट में तेज वृद्धि है.
इतना बढ़ा लेबर फोर्स
लेबर पार्टिसिपेशन रेट (Labour Participation Rate) से पता चलता है कि काम करने के लिए योग्य लोगों की संख्या किस दर से बढ़ रही है. मार्च में इसकी दर 39.77 फीसदी थी, जो बढ़कर अप्रैल में 41.98 फीसदी पर पहुंच गई. इस तरह अप्रैल महीने के दौरान काम करने में सक्षम लोगों की संख्या बढ़कर 46.76 करोड़ हो गई. अकेले अप्रैल महीने में ही इनकी संख्या में 2.55 करोड़ लोगों का इजाफा हुआ.
बढ़ा है लोगों का भरोसा
हालांकि सीएमआईई ने इस आंकड़े से कुछ सकारात्मक निष्कर्ष भी निकाला है. सीएमआईई का कहना है कि अप्रैल महीने के दौरान लेबर फोर्स में शामिल हुए लोगों की रिकॉर्ड संख्या इस बात का इशारा करती है कि लोगों के बीच रोजगार खोज पाने का भरोसा बढ़ा है.
दिख रहा है बाजार में सुधार
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने के दौरान लेबर फोर्स में शामिल हुए लोगों में से 87 फीसदी लोग रोजगार पाने में सफल रहे. इसका मतलब हुआ कि अप्रैल महीने के दौरान ऐसे लोगों में से 2.21 करोड़ लोगों को रोजगार मिल गया. इसके चलते रोजगार पाए लोगों की कुल संख्या अप्रैल में बढ़कर 42.97 करोड़ पर पहुंच गई, जो एक महीने पहले 40.76 करोड़ थी. इससे पता चलता है कि रोजगार बाजार में सुधार हो रहा है.
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