नई दिल्ली: यूनियन बैंक आफ इंडिया देश का सार्वजनिक क्षेत्र का पांचवां सबसे बड़ा बैंक बन गया है. नया वित्त वर्ष शुरू होने के साथ आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक में हो गया है. यूनियन बैंक ने बुधवार को बयान में कहा, ''आज की तारीख से आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के सभी कर्मचारी, ग्राहक और शाखाएं यूनियन बैंक के परिवार का हिस्सा बन गये हैं.''


मुंबई मुख्यालय वाले बैंक ने कहा कि इस विलय के बाद उसे दक्षिण भारत में भी अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी. इस विलय से अगले तीन साल के दौरान बैंक की लागत और राजस्व के रूप में कुल मिलाकर 2,500 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी.


यूनियन बैंक आफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजकिरण राय जी ने कहा, ''अब हम एक बैंक के तौर पर अपने ग्राहकों को शाखाओं, एटीएम और डिजिटल सेवाओं के साथ ही ऋण सुविधाओं का व्यापक नेटवर्क उपलब्ध करा पाएंगे.''


उन्होंने कहा कि बैंक 9,500 शाखाओं और 13,500 एटीएम के जरिये 12 करोड़ से अधिक ग्राहकों को व्यापक उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध कराएगा. यह देश का चौथा सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क होगा. वहीं यह देश का सार्वजनिक क्षेत्र का पांचवां सबसे बड़ा बैंक होगा.


बैंक ने कहा कि ग्राहकों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसके मद्देनजर खाता संख्या, आईएफएससी कोड, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, इंटरनेट-मोबाइल बैंकिंग पोर्टल तथा लॉग इन की व्यवस्था पहले जैसी ही रहेगी.


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