Budget 2022: सरकार को शेयर बाजार में है शानदार तेजी की उम्मीद, 60% ज्यादा सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स से कमाई का रखा लक्ष्य
Budget 2022: शेयर बाजार में शानदार तेजी बनी रहेगी. यही वजह है कि शेयरों के खरीद फरोख्त पर लगने वाले सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स के कलेक्शन में शानदार उछाल आने का सरकार को अनुमान है.
Budget 2022: केंद्र सरकार को उम्मीद है कि 2022-23 में भी शेयर बाजार में शानदार तेजी बनी रहेगी. यही वजह है कि शेयरों के खरीद फरोख्त पर लगने वाले सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स के कलेक्शन में शानदार उछाल आने का सरकार को अनुमान है. 2022-23 वित्त वर्ष में सरकार ने सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के जरिए 20,000 करोड़ रुपये टैक्स कलेक्शन की उम्मीद जताई है.
बजट डॉक्यूमेंट के मुताबिक 2022-23 में सरकार ने सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के जरिए 20,000 करोड़ रुपये टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य रखा है जो बीते साल के तय लक्ष्य के मुकाबले 60 फीसदी ज्यादा है. 2021-22 में सरकार ने 12500 करोड़ रुपये सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के जरिए रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य रखा था. दरअसल 2021-22 में सरकार ने सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए रिवाईज्ड एस्टीमेट जारी किया है जो 20,000 करोड़ रुपये है. दरअसल शेयर बाजार में शानदार तेजी के चलते सरकार का रेवेन्यू बढ़ा है. बाजार में निवेशकों की संख्या बढ़ी है. कैश से लेकर वायदा कारोबार में लेनदेन बढ़ा है. शेयरों की लेनदेन बढ़ी है जिसके चलते सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के जरिए सरकार की कमाई भी बढ़ी है.
आपको बता दें 2020-21 में सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के जरिए सरकार को 16,927 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था. उस वर्ष भी कोरोना काल में गिरावट के बाद शेयर बाजार ने शानदार तेजी दिखाई थी. 2004 में यूपीए सरकार के कार्यकाल में शेयरों के लेनदेन पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) लगाने का फैसला लिया गया था. मौजूदा समय में शेयरों और वायदा कारोबार में खऱीद फरोख्त पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) लगता है जो शेयरों के बेचने या खरीद दोनों पर लगता है.
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