नई दिल्लीः नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने आज कहा कि मंत्रालय की हवाई टिकट बुक कराते वक्त ‘विशेष डिजिटल पहचान-यूनीक डिजिटल आईडी’ योजना शुरू करने की है. हवाई यात्रा कागज रहित बनाने के सरकारी प्रयासों के चलते एयर पैसेंजर्स को जल्द ही विमान टिकट बुक कराते वक्त आधार, पैन या पासपोर्ट संख्या जैसी डिजिटल आइडेंटिफिकेशन जानकारियां साझा करनी होंगी.
मौजूदा समय में हवाई यात्रियों को हवाईअड्डे पर प्रवेश के समय अपने पहचान पत्र की एक डुप्लीकेट कॉपी रखने की जरूरत होती है. सिन्हा ने कहा कि अब हवाई यात्रियों के आधार, पैन या पासपोर्ट संख्या जैसी किसी विशेष डिजिटल पहचान से उनकी पहचान सुनिश्चित करने का प्रस्ताव है. नागर विमानन मंत्रालय ने एक डिजिटल यात्री कार्यकारी समूह बनाया है ताकि इस योजना को लागू करने के सुझाव मिल सकें. सिन्हा ने कहा कि 30 दिन के भीतर समूह एक श्वेत पत्र लाएगा और नियमों को अंतिम रूप देने से पहले हितधारकों से सुझाव लिए जाएंगे.
सिविल एविएशन मिनिस्टर जयंत सिन्हा ने आज एक ट्वीट कर बताया कि डिजिटल ट्रैवलर वर्किंग ग्रुप और नेशनल नो-फ्लाई लिस्ट में सुझाव दिए गए हैं कि हवाई सफर करने के लिए यूनीक डिजिटल आईडी की जरूरत होगी. फिलहाल हवाई यात्रियों को पहले से ही अनालॉग यूनीक आईडी की जरूरत होती है. आगे चलकर डिजिटल यूनीक आईडी जैसे आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर, पासपोर्ट नंबर की जरूरत हो सकती है.
उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत आधार को अनिवार्य नहीं बनाया जाएगा बल्कि इसे डिजिटल पहचान के अन्य ऑप्शंस में से एक के तौर पर रखा जाएगा. यहां एक प्रेस रिलीज में उन्होंने कहा कि यह एक ऐच्छिक पहल है ना कि अनिवार्य. यात्रियों के पास अभी भी बोर्डिंग पास के साथ सफर करने का विकल्प रहेगा जो उनकी इच्छा पर निर्भर करता है.