Coronavirus के कारण ग्लोबल टूरिज्म इंडस्ट्री में जाएंगी लाखों नौकरियां-वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन
ग्लोबल टूरिज्म इंडस्ट्री को इस महामारी के कारण जितना नुकसान हो रहा है वो ऐतिहासिक है.
युनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (UNWTO) ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक टूरिज्म इंडस्ट्री को भारी नुकसान होगा और इसमें लाखों लोगों की नौकरियां जाएंगी.
वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण के कारण यात्राओं को अभी तक के सबसे ज्यादा नुकसान को झेलना पड़ रहा है और ये ऐतिहासिक है. दुनिया के करीब 96 फीसदी ट्रैवल डेस्टिनेशंस ने अपने यहां यात्रा संबंधी प्रतिबंधों को लगाया है और इसका असर ग्लोबल टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ रहा है.
UNWTO लगातार देशों के यात्रा संबंधी इंतजामों को देखता है और देशों के टूरिज्म व ट्रैवल इंडस्ट्री के ट्रेंड्स और दिक्कतों पर नजर रखता है. इसने जनवरी से अभी तक के ट्रेंड्स के आधार पर ये बात कही है कि ग्लोबल टूरिज्म इंडस्ट्री को इस महामारी के कारण जितना नुकसान हो रहा है वो ऐतिहासिक है.
वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक दुनिया के लगभग सभी ट्रैवल डेस्टिनेशंस पर लगे यात्रा संबंधी बैन के कारण अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवल इंडस्ट्री बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है. कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया के ज्यादातर देशों ने अपने यहां अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं के परिचालन पर रोक लगा दी और इसके चलते ग्लोबल टूरिज्म इंडस्ट्री बेहद बुरे दौर से गुजर रही है.
इसके मुताबिक जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 6 अप्रैल तक लगभग 96 फीसदी डेस्टिनेशंस ने अपने यहां ट्रैवल बैन लगाए हैं. लगभग 90 टूरिस्ट डेस्टिनेशंस ने अपनी सीमाओं पर आंशिक या पूरी तरह से बैन लगाया. इसके अलावा 44 डेस्टिनेशंस ने अपने यहां कोरोना वायरस फैले देशों से आने वाले टूरिस्ट के लिए विशेष तौर पर प्रतिबंधों को लागू किया.
UNWTO ने कहा कि सरकारों को अपने यहा ट्रैवल बैन की समीक्षा करनी चाहिए और कोरोना वायरस से बचाव के सारे उपायों को अपनाते हुए ट्रैवल बैन को धीरे-धीरे उठाना चाहिए. हालांकि इसको लेकर पूरी सावधानी बरतने की भी बात कही है.