Investors Summit: ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में गौतम अडानी, कुमार बिरला सहित नामी उद्योगपतियों ने लिया हिस्सा-यूपी को बताया पहली पसंद
Investors Summit: UP को वन ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी लखनऊ में आयोजित की गई. राज्य में 80 हज़ार करोड़ के निवेश का शिलान्यास किया गया.
UP Investors Summit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य 2025-26 तक भारत को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने का है और अगर ये टारगेट हासिल करना है तो फिर उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना होगा. हालांकि टारगेट से उत्तर प्रदेश अभी बहुत ज्यादा दूर है. इसीलिए उत्तर प्रदेश में उद्योगपतियों को निवेश की संभावनाएं तलाशने के लिए बुलाया जा रहा है. कल उत्तर प्रदेश में ऐसा ही एक सम्मेलन था, जिसमें प्रदेश में 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश की बात बनी है. उत्तर प्रदेश में ऐसे अब तक कुल 3 समिट हो चुके हैं. इन्हें ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का नाम दिया गया है. शुक्रवार को आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में मौजूद रहे.
उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में तीसरा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी लखनऊ में आयोजित किया गया. देशभर से आये उद्योगपतियों की तरफ से राज्य में 80 हज़ार करोड़ के निवेश का कल शिलान्यास किया गया. इस निवेश से राज्य की अर्थव्यवस्था बेहतर होने के साथ साथ 5 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उनके मंत्रिमंडल के तमाम मंत्री और कई बड़े उद्योगपतियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
निवेश में UP पहली पसंद क्यों ?
राज्यों की अर्थव्यवस्था की रैंकिंग में यूपी तीसरे नंबर पर है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरे नंबर पर है. यूपी में 56 फीसदी कामकाजी आबादी है और देश की GDP में यूपी का हिस्सा 8 फीसदी का है. यूपी भारत का सबसे बड़ा बाजार है, क्योंकि यहां 24 करोड़ आबादी रहती है. सड़क नेटवर्क में दूसरा बड़ा राज्य है और सबसे ज्यादा 8 एक्सप्रेसवे हैं. 3 इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं और रेल नेटवर्क में भी यूपी देश में नंबर वन है. यूपी की इसी खासियत का बखान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस प्रदेश में कुल आबादी के 16 प्रतिशत कंज्यूमर हों, जहां 5 लाख से ज्यादा आबादी वाले 12 से ज्यादा शहर हों जहां हर जिले का अपने कोई ना कोई खास प्रोडक्ट हो, जहां इतनी बड़ी संख्या में MSME हों, अलग अलग मौसमों में अलग अलग कृषि उत्पादों की बहार हो, जहां गंगा, यमुना सरयू समेत कई नदियों का आशीर्वाद प्राप्त हो, तो ऐसे यूपी को विकास से कौन रोक सकता है.
1 ट्रिलियन डॉलर यानी 77 लाख 62 हजार करोड़ रुपये जबकि अभी यूपी की अर्थव्यस्था सिर्फ 20 लाख करोड़ रुपये की है. यानी 1 ट्रिलियन डॉलर से अभी 4 गुना कम है. लक्ष्य बड़ा और मुश्किल भी है, लेकिन नामुमकिन नहीं है. यूपी की अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन डॉलर की कैसे बने इसीलिए यूपी में आज निवेशकों का जमावड़ा था. तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में पता चला कि 1400 से ज्यादा प्रोजेक्ट के माध्यम से 80,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा.
बड़े औद्योगिक घराने किस क्षेत्र में कितना निवेश करेंगे.
डेटा सेंटर के क्षेत्र में अडानी ग्रुप 5,122 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
हीरानंदानी ग्रुप भी डेटा सेंटर में 9,100 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
सॉफ्टवेयर सेंटर में माइक्रोसॉफ्ट 2186 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
सीमेंट निर्माण फैक्ट्री में डालमिया ग्रुप 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
700 करोड़ रुपये की लागत से कोका कोला बॉटलिंग फैक्ट्री लगाएगा.
जबकि करीब 600 करोड़ रुपये की लागत से ही ACC ग्राइंडिंग प्लांट लगाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया कार्यक्रम को संबोधित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि फरवरी 2018 में पहले इन्वेस्टर सम्मिट में 4 लाख 68 हजार के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, इसमें निवेश प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश सरकार ने मजबूती के साथ जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य किया. इस कार्यक्रम में 80 हजार करोड़ की परियोजनाओं को जमीन पर उतारा जा रहा है. आज उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर है. प्रदेश ने अपने परंपरागत उद्योग को बढ़ावा दिया. हमने औद्योगिक नीति को लागू करके इन्वेस्ट फ्रैंडली बनाने का कार्य किया. हमने 40 विभागों के 1400 से अधिक कम्प्लायंस को समाप्त किया, आज निवेशक को आवेदन करने के अंदर 15 दिन भीतर भूमि उपलब्धता को लागू किया.
गौतम अडानी ने क्या कहा
भारत के सबसे अमीर शख्स के रुतबे को हासिल करने वाले अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी भी यूपी की तरक्की में बड़ा योगदान कर रहे हैं. वो उत्तर प्रदेश में 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. गौतम अडानी ने कहा कि हम राज्य में 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं. हमारा अनुमान है कि इस निवेश से 30 हजार से ज्यादा नौकरियां सृजित होंगी. इस निवेश में से 11 हजार करोड़ रुपये पहले ही ट्रांसमिशन, ग्रीन एनर्जी, पानी, कृषि उपकरण और हमारे डेटा सेंटर बिजनेस में खर्च हो चुके हैं. हम 24 हजार करोड़ रुपये सड़क और परिवहन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निवेश कर रहे हैं और 35 हजार करोड़ रुपये विभिन्न लॉजिस्टिक और रक्षा के क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं. समारोह में बोलते हुए, अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने कहा कि प्रधानमंत्री एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं और राष्ट्र के खोए हुए गौरव को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं. वह एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण कर रहे हैं, जो वैश्विक मंच पर केंद्र स्तर पर है. वह 135 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं को डिजाइन करने वाले वास्तुकार हैं. गौतम अडानी ने इस सेरेमनी के दौरान इंवेस्टर्स समिट के तहत कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी उस आधारशिला को बना रहे हैं, जिस पर यूपी की 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनेगी.
डालमिया सीमेंट के सीईओ, महेन्द्र सिंघी ने क्या कहा
डालमिया सीमेंट के सीईओ, महेन्द्र सिंघी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में निवेश की स्थिति काफी बेहतर हुई है. डालमिया सीमेंट की भी एक फैक्ट्री का आज भूमिपूजन हो रहा है. हम 500 करोड़ का निवेश कर रहे हैं. साथ ही एक हज़ार करोड़ की दो और परियोजनाओं को हम शुरू करेंगे.
हीरानंदानी ग्रुप के अध्यक्ष, निरंजन हीरानंदानी ने क्या कहा
हीरानंदानी ग्रुप के अध्यक्ष, निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि हम यूपी में अगले 5 साल तक एक हजार करोड़ रुपये हर साल सिर्फ डेटा सेंटर में इन्वेस्ट करेंगे, ऐसी योजना है. मैं दावे से कह सकता हूं कि यूपी की सरकार जो वादा करती है, उसे पूरा भी करती है. हीरानंदानी ग्रुप के निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि उत्तर प्रदेश बुलेट ट्रेन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, "मैं लगभग 40 वर्षों से निर्माण व्यवसाय में हूं, लेकिन मैंने पहले कभी व्यवसाय की इस गति को नहीं देखा है." इसके साथ ही उन्होंने कारोबारियों को दिए जा रहे सहयोग और सहायता के लिए राज्य सरकार की सराहना भी की.
बिरला समूह के कुमार मंगलम बिरला ने क्या कहा
आजादी के बाद बिरला ग्रुप ने यूपी में जो पहला निवेश किया, जो चित्रकूट के रेणूकूट में किया था. यहां बिरला समूह की तरफ से हिंडाल्को एल्युमिनियम फैक्ट्री लगाई गई थी. अपनी कंपनी के इस पहले निवेश का जिक्र आज कुमार मंगलम बिरला ने किया जो यूपी में आने वाले 3 सालों में बड़ा निवेश करने वाले हैं. कुमार मंगलम बिरला ने कहा कि
हमारा सीमेंट बिजनेस शाहजहांपुर में 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा और लखनऊ के पास भी इंवेस्ट करेगा. एल्युमिनियम और वित्तीय सेवाओं जैसे हमारे कई सारे बिजनेस आने वाले 3 साल में बड़ा निवेश करेंगे. इस मौके पर मैं योगी आदित्यनाथ जी और उनके प्रशासन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम यूपी की विकास यात्रा में प्रमुख सहभागी बने रहेंगे. कुमार मंगलम बिरला ने कहा कि उनका समूह 35,000 युवाओं के लिए रोजगार लाने वाली परियोजनाओं में 40,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है, जिसे सिंगल विंडो सिस्टम से मदद मिली है.
यूपी में निवेश से रोजगार की स्थिति क्या है
- ODOP योजना से 1.61 करोड़ को रोजगार
- सरकारी योजनाओं से 60 लाख को जोड़ा
- 5 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी
- बेरोजगारी दर 18 फीसदी से घटकर 2.9 फीसदी हुई
- ये दावा है कि इस निवेश से यूपी में 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा
यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता से एबीपी न्यूज ने बात की
यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने एबीपी न्यूज़ से बताया कि यूपी निवेश के लिए सबसे बेहतर राज्य है. यहां 25 करोड़ लोगों का बड़ा बाज़ार होने कर साथ साथ राज्य ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में नम्बर 2 पर पहुंच गया है. यूपी में सबसे ज़्यादा एक्सप्रेसवे, सबसे ज़्यादा एयरपोर्ट और तमाम ऐसी सुविधाएं हैं जिससे निवेशक बेख़ौफ़ होकर निवेश कर सकता है. उन्होंने बेहतर कानून व्यवस्था को भी निवेश करने के बड़े कारण के तौर पर गिनाते हुए कहा कि इस आयोजन से 80 हज़ार करोड़ रुपये की निवेश की सरकार उम्मीद कर रही है.
एबीपी न्यूज से निवेशकों ने क्या कहा
निवेशकों से जब एबीपी न्यूज ने पूछा कि पहले ऐसा क्या था कि निवेशक यूपी आने से डरते थे और आज ऐसा क्या है कि बड़ी संख्या में निवेशक यूपी को निवेश के लिए बेहतरीन राज्य मान रहे हैं तो इस सवाल पर लगभग सभी का एक जवाब था. सभी ने कहा कि बेहतर कानून व्यवस्था ने उद्योगपतियों के डर को ख़त्म किया है. उद्योगपतियों का कहना है कि पहले पैसा लगाने में डर लगता था कि व्यापार कर भी पाएंगे या नहीं लेकिन जब सरकार ने कानून व्यवस्था में सुधार किया तब उन्होंने लंबे समय तक देखा कि ये नियंत्रण स्थाई है या अस्थाई और जब स्थाई नियंत्रण को भांप गए तो यूपी में निवेश करने आ गए. बेहतर कानून व्यवस्था के अलावा सिंगल विंडो सिस्टम और छोटी और आसान प्रक्रिया ने उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित किया. सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की सोच और काम करने के तरीक़े को सराहा.
निवेशकों और बड़े उद्योगपतियों ने क्या कहा
मॉल्स और फ़ूड प्रोसेसिंग में बड़ा नाम लूलू ग्रुप का है. लूलू ग्रुप में एमडी यूसुफ अली ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि जुलाई के पहले हफ़्ते में लखनऊ में लूलू ग्रुप का मॉल शुरू हो रहा है. लूलू ग्रुप ने यूपी में 5000 करोड़ का निवेश किया है जिससे क़रीब 10 हज़ार लोगों को नौकरियां मिलेंगी. एसएनएलजी ग्रुप के विवेक लढानी और एसएन लढानी ने कहा कि वो पहले यूपी छोड़कर बेंगलुरु चले गए थे लेकिन बीते 3 सालों में निवेश के अनुकूल अवसर देखकर वापस यूपी लौटे हैं. यशोदा अस्पताल ग्रुप के एमडी डॉक्टर पी एन अरोड़ा प्रदेश में 12 सौ करोड़ का निवेश कर रहे हैं. उनका दावा है कि इससे क़रीब 5000 लोगों को नौकरी मिलेगी. श्री सीमेंट के एमडी एचएम बांगर 1200 करोड़ का निवेश कर रहे हैं जिसमें 600 करोड़ बुलंदशहर में और 600 करोड़ निवेश एटा में होगा. उनका दावा है कि प्रत्यक्ष तौर ओर 500 लोगों को और अप्रत्यक्ष तौर पर डेढ़ हजार लोगों को काम मिलेगा. इसी तरह जौली ग्रुप के सुनील जॉली होटल और वेयरहाउस में 160 करोड़ का निवेश कर रहे हैं.
निवेश से निखरेगा यूपी -तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के बारे में जानें
पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जुलाई 2018 में हुई थी और इसमें 61 हजार 800 करोड़ रुपये का निवेश आया था. दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जुलाई 2019 में हुई थी और उसमें करीब 67 हजार करोड़ रुपये के निवेश पर बात बनी थी. वहीं तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कल हुई है जिसमें 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश की बात हुई है. ये दावा है कि इस निवेश से यूपी में 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि यूपी में यमुना एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पहले से है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे लगभग तैयार हो चुका है. इसके अलावा कई एक्सप्रेसवे पर काम चल रही है. वर्तमान में 9 एयरपोर्ट्स चल रहे हैं जबकि 5 पर काम चल रहा है. इसके अलावा 7 एयरपोर्ट्स और भी प्रस्तावित हैं. राज्य में कानून व्यवस्था बेहतर और और साथ ही 25 करोड़ की आबादी वाला एक बड़ा बाज़ार है जो निवेशकों को लुभा रहा है. निर्यात के क्षेत्र में भी यूपी ने बीते 5 साल में बेहतर प्रदर्शन किया है. ऐसे में निवेशक अगर यूपी में निवेश करता है तो उसका भी लाभ होगा और यूपी का भी. इसी वजह से तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से राज्य सरकार को बहुत उम्मीदें हैं.
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