Updater Services IPO: अगले हफ्ते खुल रहा 640 करोड़ रुपये का यह आईपीओ, जानें प्राइस बैंड से लेकर अन्य डिटेल्स
Updater Services IPO: आईपीओ में पैसे लगाने वालों के लिए एक और खुशखबरी है. जल्द ही अपडेट सर्विसेज का आईपीओ खुलने वाला है. हम आपको इसके डिटेल्स के बारे में बता रहे हैं.
Updater Services IPO: अगर आप इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग में निवेश करना पसंद करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. 25 सितंबर, 2023 को अपडेटर सर्विसेज (Updater Service IPO) अपना आईपीओ खुलने वाला है. कंपनी भारत में इंटीग्रेटेड फैसिलिटी मैनेजमेंट का काम करती है. इस आईपीओ में रिटेल निवेशक 25 सितंबर, 2023 से निवेश कर पाएंगे. अगर आप भी इस आईपीओ में निवेश करना चाहते हम आपको इसके इश्यू साइज, प्राइस बैंड के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
अपडेट सर्विसेज आईपीओ के डिटेल्स-
अपडेट सर्विसेज के आईपीओ का साइज कुल 640 करोड़ रुपये का है. इस आईपीओ में आप 25 सितंबर से लेकर 27 सितंबर, 2023 तक निवेश कर सकते हैं. इस इश्यू के जरिए कंपनी कुल 400 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी करने वाली है. वहीं कंपनी के तीन प्रमोटर 240 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए जारी करेंगे. यह प्रमोटर हैं India Business Excellence Funds-II और IIA और Tangi Facility Solutions. दोनों ही प्रमोटर कुल 40-40 लाख शेयरों की बिक्री करने वाले हैं. पहले ने कंपनी ने कुल 1.09 करोड़ के शेयरों की बिक्री का OFS सेल के जरिए प्लान बनाया था, मगर बाद में इसे घटाकर 1.09 करोड़ शेयर कर दिया गया.
इतना तय हुआ प्राइस बैंड
कंपनी ने इस आईपीओ में शेयरों का प्राइस बैंड 280 रुपये लेकर 300 रुपये के बीच तय की गई है. वहीं इस इश्यू में से 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व किया गया है. वहीं 10 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों और 15 फीसदी हिस्सा हाई नेट वर्थ वाले लोगों के लिए रिजर्व किया गया है.
जानें आईपीओ से संबंधित जरूरी डेट्स
कंपनी निवेशकों को शेयर का अलॉटमेंट 4 अक्टूबर को करेगी. वहीं सफल निवेशकों के डीमैट खाते में शेयरों को 6 अक्टूबर को ट्रांसफर कर दिया जाएगा. वहीं जिन लोगों को अलॉटमेंट नहीं मिला है उन्हें 5 अक्टूबर को पैसे वापस मिल जाएंगे. कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग NSE और BSE में की जाएगी.
इश्यू के पैसों का क्या करेगी कंपनी
कंपनी के मुताबिक वह आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम में से 133 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लोन को चुकाने के लिए करेगी. वहीं 115 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल के कार्यों के लिए यूज किए जाएंगे. इसके अलावा बाकी रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा. ध्यान देने वाली बात ये है कि कंपनी पर मार्च 2023 तक कुल 176.54 करोड़ रुपये की उधारी थी.
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