UPI Fraud: पेटीएम, फोन पे जैसे यूपीआई ऐप्स का यूज करते वक्त रखें सावधानी! वरना एक मिनट में खाली हो जाएगा अकाउंट
UPI Fraud Tips: नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक जून के महीने में देशभर में यूपीआई आधारित डिजिटल पेमेंट जून 2022 में 10,14,384 करोड़ रुपये रहा है.
UPI Fraud Prevention Tips: भारत में पिछले कुछ सालों में यूपीआई का इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ा है. आजकल लोग कैश ट्रांजैक्शन करने के बजाय यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payment Interface) के जरिए पेमेंट करना पसंद कर रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि अब लोगों को कैश रखने या खोने का डर नहीं रहता है और एक खाते से दूसरे खाते में पैसे बड़े आसानी से ट्रांसफर हो जाते हैं. भारत सरकार पिछले कुछ समय से डिजिटलाइजेशन (Digitalisation) बहुत तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में लोगों की निर्भरता डिजिटल पेमेंट सिस्टम जैसे नेट बैंकिंग, यूपीआई पेमेंट सिस्टम, क्रेडिट और डेबिट कार्ड पर बहुत ज्यादा बढ़ी है.
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के मुताबिक जून के महीने में देशभर में यूपीआई आधारित डिजिटल पेमेंट जून 2022 में 10,14,384 करोड़ रुपये रहा है. लगातार यूपीआई यूज करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रहा है. यूपीआई यूजर्स की बढ़ती संख्या के साथ ही फ्रॉड के मामलों में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है. ऐसे में देश के बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने अपने ग्राहकों को यूपीआई फ्रॉड (UPI Fraud) से बचने के कुछ टिप्स दिए हैं-
ICICI बैंक ने ट्वीट कर दी चेतावनी-
ICICI बैंक ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी है कि हालांकि आजकल लोग डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) ने हमारी जिंदगी बहुत आसान बना दी है, लेकिन हमें साइबर अपराधियों भी सुरक्षित रहने की जरूरत है. इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि QR कोड की स्कैनिंग पैसे देने के लिए की जाती है न कि लेने के लिए.
Although digital payments have made life simpler, it is important to be aware of fraudulent scams. Always remember this fact about scanning QR codes and practice #SafeBanking!
— ICICI Bank (@ICICIBank) July 10, 2022
Know more: https://t.co/T8IEoJSr6U#KnowTheDifference #KaroFraudsKaTheEnd pic.twitter.com/nLJrflET1F
क्यूआर कोड फ्रॉड से इस तरह रहें सुरक्षित
ICICI बैंक ने ग्राहकों के बताया है कि कई बार यह साइबर अपराधी अपने ग्राहकों को अलग-अलग तरह के क्यूआर कोड भेजते हैं. इस कोड को स्कैन करके वह ग्राहकों के अकाउंट में पैसे आने की बाद करते हैं. क्यूआर कोड स्कैन करते ही आपके खाते की निजी जानकारी चोरी हो जाती है. इसके साथ ही आपको पिन दर्ज (PIN) करने के लिए कहा जाता है और आपके खाते से सारे पैसे कट जाते हैं. ध्यान रखें कि पैसे प्राप्त करने के लिए आपको किसी तरह की स्कैनिंग की जरूरत नहीं होती है. इसके साथ ही अपनी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर न करें. किसी भी क्यूआर कोड को बिना सोचे समझें शेयर न करें.
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