UPI in Other Countries: लेन-देन समेत बैंकिंग सेवाओं को डिजिटल बनाने के मामले में भारत ने उल्लेखनीय तरक्की की है. कई स्टडी में ये बात सामने आई है कि डिजिटल बैंकिंग के मामले में भारत की बुनियादी संरचना कई विकसित देशों से भी बेहतर है. भारत को डिजिटल पेमेंट का लीडर बनाने में सबसे बड़ा योगदान है यूपीआई का. यही कारण है कि अब यूपीआई की पहुंच भारत से बाहर भी मजबूत होने लग गई है.
श्रीलंका और मॉरीशस पहुंचा यूपीआई
भारत ने अब पड़ोसी देशों श्रीलंका और मॉरीशस में यूपीआई की शुरुआत की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगनाथ और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की उपस्थिति में सोमवार को दोनों देशों में यूपीआई की सेवाओं की शुरुआत की गई. इसके साथ ही श्रीलंका और मॉरीशस दोनों देशों में रूपे कार्ड की सेवाएं भी शुरू की गईं. अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले फ्रांस में यूपीआई की सेवाएं शुरू की गई थीं.
भारत में लोकप्रिय हुआ डिजिटल भुगतान
यूपीआई को भारत के भुगतान नियामक नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई ने तैयार किया है. यह एक इंस्टैंट पेमेंट सिस्टम है, जो एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में रियल टाइम ट्रांजेक्शन की सुविधा देता है. यूपीआई के माध्यम से होने वाले पेमेंट को रियल टाइम में सेटल किया जाता है. मतलब पलक झपकते ही एक बैंक अकाउंट से दूसरे पैसे अकाउंट में पैसे भेजे जा सकते हैं. यूपीआई के कारण आज भारत में डिजिटल पेमेंट की पहुंच दूर-दराज के गांवों तक हो गई है. लोग एक कप चाय से लेकर सब्जी व ग्रॉसरी तक की शॉपिंग यूपीआई के माध्यम से कर रहे हैं.
एफिल टावर पर हुई यूपीआई की शुरुआत
भारत सरकार यूपीआई को दुनिया भर में एक्सेप्टेबल बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है. इसी महीने प्रमुख यूरोपीय देश फ्रांस में यूपीआई की सेवाएं शुरू की गई हैं. उसके तहत अब फ्रांस के पेरिस में एफिल टावर पर यूपीआई से पेमेंट कर सकते हैं. इसके लिए एफिल टावर की वेबसाइट पर क्यूआर कोड दिया गया है, जिसे किसी भी यूपीआई इनेबल्ड ऐप से स्कैन कर यूपीआई पेमेंट किया जा सकता है.
सिंगापुर के पेमेंट इंटरफेस के साथ लिंक
इससे कुछ समय पहले सिंगापुर में यूपीआई को उपलब्ध कराया गया था. भारतीय यूपीआई को सिंगापुर के इंस्टैंट पेमेंट इंटरफेस पेनाऊ के साथ लिंक किया जा चुका है. इस लिंकेज ने भारत से सिंगापुर और सिंगापुर से भारत के बाच रियल टाइम में पैसों का लेन-देन संभव बना दिया है. यूपीआई की सेवाएं भारत से बाहर कई अन्य देशों में भी उपलब्ध हैं, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल, भूटान आदि शामिल हैं.
इन देशों के इंटरनेशनल नंबरों पर उपलब्ध
यूपीआई के इंटरनेशनल यानी ग्लोबल होने के इस शानदार सफर में एक अन्य अहम पड़ाव इंटरनेशनल मोबाइल नंबरों के जरिए एक्सेस हो पाना भी है. एक रिपोर्ट बताती है कि करीब एक दर्जन देशों में इंटरनेशनल नंबरों से यूपीआई को एक्सेस और यूज किया जा सकता है. मलेशिया, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन में यह सेवा उपलब्ध है. भारतीय लोग इन देशों में इंटरनेशनल नंबर का इस्तेमाल कर एनआरई और एनआरओ अकाउंट से यूपीआई का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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