Small Digital Payments: यूपीआई (UPI) अब पेमेंट करने का सर्वसुलभ साधन बन चुका है. यह देश के कोने-कोने में पहुंच चुका है. हर गुजरते महीने के साथ इसकी स्वीकार्यता और ज्यादा बढ़ती जा रही है. अब पिछले कुछ समय में चारों ओर यूपीआई लाइट (UPI Lite) की भी चर्चा होने लगी है. इसे स्मॉल डिजिटल ट्रांजेक्शन का फ्यूचर बताया जा रहा है. आज हम आपको यूपीआई लाइट की पूरी जानकारी देने वाले हैं. साथ ही इससे जुड़े हर सवाल का जवाब देने की कोशिश भी करेंगे. आइए इस बारे में समझ लेते हैं. 


बिना किसी पिन के कर सकते हैं अपने छोटे पेमेंट


यूपीआई लाइट डिजिटल पेमेंट का वह तरीका है, जिसकी मदद से आप बिना किसी पिन के अपने छोटे पेमेंट कर सकते हैं. यूपीआई लाइट ने डिजिटल पेमेंट को बहुत आसान बना दिया है. आप किसी भी मोबाइल नंबर या क्यूआर कोड पर आसानी से पैसा भेज सकते हैं. साथ ही आपको इसके जरिए किए गए हर ट्रांजेक्शन पर बैंक की तरफ से ईमेल और मैसेज भी आता है. इन ट्रांजेक्शन को आप अपनी पासबुक पर दर्ज भी करवा सकते हैं. 


एक बार में 500 रुपये तक के पेमेंट संभव 


नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इसे वॉलेट पेमेंट सिस्टम की तरह शुरू किया है. यह इस्तेमाल करने में बहुत आसान है. आप कभी भी एक बार में 500 रुपये तक के पेमेंट इसके जरिए कर सकते हैं. इस वॉलेट में 2000 रुपये तक का टॉप अप किया जा सकता है. यह टॉप अप 24 घंटे में दो बार किया जा सकता है. यहां आपको पेमेंट करने के लिए पिन डालने की जरूरत नहीं होती है. इसलिए पेमेंट फेल नहीं होता है. 


स्मार्टफोन बदलते समय बैलेंस जरूर खत्म कर लें 


चूंकि यह ऑन डिवाइस वॉलेट सिस्टम है. ऐसे में आपको अपना स्मार्टफोन बदलते समय बैलेंस भी खत्म करना पड़ेगा. फोन खो जाने पर इस पैसे की रिकवरी नहीं की जा सकती. यूपीआई लाइट की सबसे बड़ी ताकत इसका ट्रांजेक्शन सक्सेस रेट है. इसे लगभग 50 यूपीआई पेमेंट एप द्वारा सपोर्ट हासिल है. इनमें गूगलपे (Google Pay), फोनपे (PhonePe), पेटीएम (Paytm) और भीम (BHIM) जैसे एप शामिल हैं. 


यूपीआई लाइट वॉलेट को खोलना और बंद करना आसान 


आप अपनी यूपीआई लाइट वॉलेट को कुछ ही सेकंड में शुरू कर सकते हैं. इसे खोलना जितना आसान है, उससे भी सरल इसे बंद करना है. यूपीआई लाइट अकाउंट को डिलीट करते ही आपका पैसा बैंक अकाउंट में रिफंड कर दिया जाएगा. इससे आप किसी भी यूपीआई एप पर पैसा भेज सकते हैं. हालांकि, इस वॉलेट में मौजूद पैसे पर आपको कोई ब्याज नहीं मिलता. 


एनपीसीआई ने शुरू किया ऑटो टॉप अप फीचर


अब यूपीआई लाइट पर ऑटो टॉप अप का फीचर भी आने वाला है. इसे 31 अक्टूबर से शुरू कर दिया जाएगा. एनपीसीआई सर्कुलर के अनुसार, आप यूजर एक रकम तय कर सकेंगे, जो अपने आप बैलेंस कम होने पर वॉलेट में जुड़ जाएगी. मिनिमम बैलेंस की लिमिट भी आप सेट कर पाएंगे. ऑटो टॉप अप फीचर को भी आप चाहे बंद कर कर सकते हैं. एक दिन में 5 ऑटो टॉप अप किए जा सकेंगे. हालांकि, यहां भी अधिकतम लिमिट 2000 रुपये ही है.


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