यूपीआई ने डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास में अहम योगदान दिया है. इसके चलते पेमेंट करना चुटकियों का काम हो गया है. यूपीआई से पेमेंट में होने वाली आसानी के चलते यह लोगों का पसंदीदा माध्यम बन गया है. मई में इस कारण यूपीआई से पेमेंट का नया रिकॉर्ड बन गया है.


पहली बार 14 अरब के पार


नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई के आंकड़ों के अनुसार, मई महीने में यूपीआई के जरिए 14.04 अरब लेन-देन किए गए. यह इतिहास में पहला ऐसा मौका है, जब किसी एक महीने में यूपीआई के जरिए 14 अरब से ज्यादा लेन-देन प्रोसेस किए गए.


अप्रैल में कम हो गए थे लेन-देन


इससे पहले अप्रैल महीने में यूपीआई से 13.3 अरब ट्रांजेक्शन हुए थे. अप्रैल महीने के दौरान यूपीआई से लेन-देन में हल्की गिरावट आई थी. मार्च महीने में यूपीआई से टोटल 13.44 बिलियन ट्रांजेक्शन किए गए थे. अप्रैल का आंकड़ा इसकी तुलना में करीब 1 फीसदी कम था.


वैल्यू के हिसाब से आई इतनी तेजी


वैल्यू के हिसाब से भी यूपीआई से लेन-देन में शानदार ग्रोथ आई है. आंकड़ों के अनुसार, मई महीने में यूपीआई से किए गए सारे लेन-देन की वैल्यू 20.45 लाख करोड़ रुपये रही. उससे एक महीने पहले अप्रैल में यूपीआई से हुए ट्रांजेक्शन की वैल्यू 19.64 लाख करोड़ रुपये रही थी. यानी एक महीने में यूपीआई से लेन-देन में वैल्यू के हिसाब से 4 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ आई.


डेली ट्रांजेक्शन में 49 फीसदी ग्रोथ


पिछले महीने के दौरान यूपीआई से हर रोज औसतन 45.3 करोड़ लेन-देन किए गए. डेली ट्रांजेक्शन की औसत रकम का आंकड़ा 65,966 करोड़ रुपये रहा. यह सालाना आधार पर 49 फीसदी की शानदार ग्रोथ है.


यूपीआई को ग्लोबल बनाने की योजना


यह आंकड़ा ऐसे समय आया है, जब हाल ही में रिजर्व बैंक ने यूपीआई को देश से बाहर लोकप्रिय बनाने की योजना का खुलासा किया है. आरबीआई का लक्ष्य यूपीआई को कम से कम 20 अन्य देशों में इस्तेमाल में लाने का है. इस दिशा में पहले ही सफलता हाथ लग चुकी है और श्रीलंका, नेपाल, यूएई समेत कई देशों में यूपीआई से लेन-देन की शुरुआत हो चुकी है.


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