पिछले साल के मुकाबले इस साल त्योहारी सीजन में ज्यादा खर्च करते दिखेंगे शहरी लोग- सर्वे
यूगॉव दिवाली स्पेंडिंग इंडेक्स की मानें तो पिछले साल के मुकाबले इस साल त्योहारी सीजन में शहरों में रहने वाले लोग ज्यादा खर्च करने का इरादा रखते हैं. शहरी लोगों के खर्च करने के इरादे में सुधार आया है.
YouGov’s Diwali Spending Index: कोरोना महामारी के सेकेंड वेव ने आम लोगों की स्पेंडिंग और परचेजिंग कैपेसिटी (खर्च और खरीदने की क्षमता) को प्रभावित किया. लेकिन अब धीरे धीरे स्थिति पटरी पर लौट रही है. एक सर्वे के मुताबिक, आने वाले त्योहारों के मौसम में पिछले साल के मुकाबले शहरी लोगों को अधिक खर्च करते देखा जा सकेगा. भले ही स्थिति पूरी तरह से ठीक नहीं हुई हो लेकिन देश में वैक्सीनेशन अभियान के बढ़ते दायरे ने शहरी लोगों के खर्च करने के इरादे में सुधार किया है.
यूगॉव दिवाली स्पेंडिंग इंडेक्स (YouGov’s Diwali Spending Index) के मुताबिक, इस त्योहारी सीजन में शहरी भारतीयों के बीच खर्च करने की प्रवृत्ति 90.71 है. ये पिछले साल 80.96 थी. यानी आंकड़ों में सुधार देखा जा सकता है. अगस्त 2021 में यूगॉव ने इंडिया ऑनलाइन पैनल पर दो हजार लोगों का सर्वे किया. सर्वे के डेटा से पता चलता है कि पिछले 18 महीनों में अधिक सीमित जीवन जीने वाले लोग खर्च करने के लिए अधिक अवसरों की तलाश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, गिफ्ट और घरेलू सामान जैसी श्रेणियों में अधिकांश खुदरा विक्रेताओं के लिए त्योहारी सीजन एक बड़ा फैक्टर है. ऐसे में कंपनियां पहले से ही बाजार में आपूर्ति बढ़ा रही हैं और स्टॉक की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही हैं. सर्वे की मानें तो 29 फीसदी लोगों ने कहा कि वे पिछले साल की तुलना में इस बार त्योहारी सीजन में ज्यादा खर्च करने का इरादा रखते हैं. 2020 में ये आंकड़ा 17 फीसदी था. वहीं 31 फीसदी लोगों ने कहा कि वे पिछले साल के मुकाबले कम खर्च करने की योजना बना रहे हैं. साल 2020 में ये आकड़ा 54 फीसदी था. यानी कम खर्च करने वालों की संख्या में कमी आई है.
हालांकि, लोगों की मानसिकता में भले ही बदलाव आया हो लेकिन परिवार वाले अभी भी सतर्क और अनिश्चित हैं. पिछले साल करीब 50 फीसदी लोगों ने कहा था कि वे अपने खर्च को लेकर ज्यादा सावधान हैं. इस बार भी 43.6 फीसदी लोग ऐसा ही मानते हैं. ये इस बात का संकेत है कि लोगों में अभी भी अनिश्चितता का डर वाली भावना बरकरार है.
यूगॉव की जेनरल मैनेजर दीपा भाटिया का कहना है कि जो भी ब्रांड्स हैं उन्हें अपनी रिकवरी के लिए स्मार्ट तरीके से काम करना होगा. उन्होंने कहा कि सर्वे में लोगों ने स्मार्ट घरेलू उपकरणों को खरीदने के लिए ज्यादा इरादा दिखाया है. लेकिन हमें ये ध्यान रखना होगा कि कंज्यूमर सेंटीमेंट्स महामारी के पहले वाले स्तर तक पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है.
यूगॉव दिवाली स्पेंडिंग इंडेक्स ने सर्वे में दस बिंदुओं का आंकलन किया. इसमें सकल घरेलू आय में वृद्धि, घरेलू खर्चों में वृद्धि या कमी, निवेश करने या खर्च करने का इरादा और अर्थव्यवस्था के प्रति सामान्य आशावाद और इस दीवाली में कम या ज्यादा खर्च करने का इरादा शामिल है.
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