US Banking Crisis: सिर्फ 11 दिन में डूबे ये चार बैंक, पांचवें पर आई आफत, जानें क्यों बैंकिंग सेक्टर पर मंडराया खतरा!
Banking Crisis News: ग्लोबल स्तर पर बैंकिंग सेक्टर पर भारी उथल-पुथल देखी जा रही है. सिर्फ 11 दिनों में पांच बैंक भारी संकट में फंस चुके हैं.
Banking Crisis: पिछले कुछ समय से बैंकिंग सेक्टर में भारी उथल-पुथल देखी जा रही है. सिर्फ 11 दिनों में ही चार ऐसे बैंक सामने आए हैं, जो पतन की ओर चले गए और भारी संकट के बीच फंस चुके हैं. इन बैंकों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. वहीं पांचवें बैंक की हालत तो और खराब है.
यहां बताया गया है कि कंपनियों की इन बैंकों में ये स्थिति कैसे और क्यों आई. साथ ही नियमायकों ने इसपर कैसे प्रतिक्रिया पेश की है. वहीं कई एक्सपट्र्स का मानना है कि ये संकट अभी और फैल सकता है. हालांकि अमेरिकी सरकार ने कहा है लोगों के जमा राशि पर कोई आंच नहीं आएगी.
सिल्वरगेट
सिल्वरगेट कैपिटल कॉर्प पतन होने वाला पहला अमेरिकी बैंक था, जो क्रिप्टो इंडस्ट्री में मंदी के कारण आया है. इसे बचाने के लिए फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कार्पोरेशन ने मैनेंजमेंट के तरीकों पर चर्चा करते हुए कदम उठाने की कोशिश की थी. हालांकि विभाग की धोखाधड़ी और क्रिप्टो दिग्गज के गिरने से बैंक को भारी नुकसान हुआ. अब इसके जमाकर्ता इसकी संपत्ति को बेचकर पैसा निकालने के प्रयास में जुटे हुए हैं. इसके परिचालन को 8 मार्च को बंद कर दिया गया.
सिलिकॉन वैली बैंक
सिल्वरगेट के बाद एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप के सिलिकॉन वैली बैंक में निवेशक और जमाकर्ता पहले से ही किनारे पर थे जब कंपनी ने 8 मार्च को 2.25 अरब डॉलर के शेयरों को बेचने की योजना की घोषणा की. इसके बिकते ही निवेशकों ने अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए, जिसके बाद इसके शेयरों में भारी गिरावट करीब 70 फीसदी की हुई. वहीं एफडीआई को इसका रिसीवर बनाया गया है. अब इस बैंक के लिए एफडीआई ने बोली आमंत्रित की है.
सिग्नेचर बैंक
ये बैंक 12 मार्च को संकट में फंस गया, जब बैंकिंग सेक्टर में संकट की उम्मीद से निवेशकों ने भारी मात्रा में पैसे निकालने शुरू किए और देखते ही देखते बैंक के पास पैसों की कमी आ गई. न्यूयॉर्क कम्युनिटी बैनकॉर्प के फ्लैगस्टार बैंक ने सोमवार को इसके जमा राशि और कुछ कर्ज का अधिग्रहण किया है. 38 बिलियन की संपत्ति खरीदने पर सहमति व्यक्त की है.
क्रेडिट सुइस
क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी रविवार को गिर गया जब स्विस अधिकारियों ने व्यापक वित्तीय संकट से बचने के उद्देश्य से 3 अरब फ्रैंक यानी 3.2 बिलियन डाॅलर के अधिग्रहण के लिए यूबीएस ग्रुप एजी के साथ डील किया. 166 साल पुरानी स्विस संस्था के अंत के बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी उलरिच कोर्नर ने बैंक को बचाने के लिए ग्राहकों को बड़े पैमाने पर आउटरीच करने का प्रयास किया, जिन लोगों ने पिछले साल के दौरान भारी मात्रा में जमा राशि निकाली थी.
फर्स्ट रिपब्लिक बैंक
इन बैंकों की तरह ही ये भी बैंक बड़ी संख्या में ग्राहकों के पैसे को निकालने पर शिकार हो गया. इस बैंक का कैश फ्लो 89 अरब डाॅलर आंका गया है. इस बैंक को बचाने के लिए 30 अरब डाॅलर का कैश दिया गया था, लेकिन फिर भी इसके शेयरों में गिरावट देखी जा रही है.
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